भोपाल:भोपाल रेलवे स्टेशन पर आरपीएफ के जवान योगेन्द्र शर्मा ने रेलवे के गार्ड एमके श्रीवास्तव की त्वरित मदद करते हुए जान बचा ली। जवान संत हिरदाराम नगर स्टेशन पर तैनात है और गार्ड रविवार रात को भोपाल रेलवे स्टेशन से लोकमान्य तिलक टर्मिनस-गोरखपुर सुपरफास्ट स्पेशल एक्सप्रेस को झांसी की तरफ लेकर जाने के लिए तैयार था। तभी अचानक गार्ड बेहोश होकर प्लेटफार्म पर गिर पड़ा। आरपीएफ जवान योगेंद्र की जैसे ही उस पर नजर पड़ी, वह तुरंत दौड़कर गार्ड के पास पहुंचा। उसके जूते खोले और चेस्ट पंपिंग की और हाथ-पैरों की मालिश की। जैसे ही गार्ड की हालत कुछ सुधरी, तो तुरंत रेलवे, आरपीएफ, जीआरपी को खबर की और उसे अस्पताल पहुंचाया।
दरअसल, जवान उस टीम में शामिल था जो लोकमान्य तिलक टर्मिनस- गोरखपुर सुपरफास्ट स्पेशल एक्सप्रेस में रात्रिकालीन गश्त के लिए भोपाल स्टेशन से चढ़ने वाली थी। उसी ट्रेन में गार्ड की ड्यूटी भी भोपाल रेलवे स्टेशन से शुरू हो रही थी। ट्रेन इटारसी की तरफ से भोपाल स्टेशन आकर खड़ी होती, उसके पहले गार्ड की तबीयत बिगड़ गई और वह बेहोश होकर गिर पड़ा। रेलवे ने ऐनवक्त पर उक्त ट्रेन में दूसरे गार्ड की व्यवस्था की और ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया था। गार्ड का इलाज चल रहा है। यदि गार्ड चलती ट्रेन में बेहोश होता तो उसकी जान भी जा सकती थी। ट्रेन ड्राइवर का गार्ड से संपर्क नहीं हो पाता। ट्रेन परिचालन में दिक्कत भी आ सकती थी। ऐसा होता तो दुर्घटना की स्थिति बनती और हजारों यात्रियों की जान खतरे में पड़ सकती थी।
रेलवे के उक्त गार्ड का फिलहाल अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसके स्वास्थ्य की सभी जांचें की जा रही है। रेलवे प्रबंधन उसके परिवार के लोगों के संपर्क में है। अधिकारियों ने गार्ड के परिवार वालों से बात की है। इस बात कि भी जांच की जा रही है कि कहीं गार्ड की तबीयत पहले से गड़बड़ तो नहीं थी यदि थी तो उसे ड्यूटी पर आने के लिए मजबूर क्यों होना पड़ा, इसकी क्या जरूरत थी। ड्यूटी ऑन करने के पहले प्राथमिक पूछताछ में गार्ड की तबीयत खराब वाली बात सामने क्यों नहीं आई, इन सभी बिंदुओं पर रेलवे के अधिकारी जांच पड़ताल कर रहे हैं।