बलिया :राहुल सिंह अवर अभियंता ने बताया कि यातायात को सुगम बनाने व शहर को नया लुक देने के लिये प्रस्तावित फोरलेन सड़क बनने का रास्ता धीरे-धीरे साफ हो रहा है। लम्बे अरसे से वन विभाग व बिजली विभाग के पेंच में फंसी इस योजना पर काम शुरु हो गया है। सड़कों के किनारे खड़े पेड़ का काटे जा रहे हैं तथा पटरियों पर पसरे अतिक्रमण को हटाने की कार्य योजना तैयार हो रही है।
अतिक्रमण के चलते संकरी हो चुकी टीडी कॉलेज से मिड्ढ़ी होते हुए तिखमपुर तक करीब तीन किमी तक की सड़क को फोरलेन बनाने का प्रस्ताव सालों पहले तैयार हुआ। स्थलीय निरीक्षण करने के बाद लोक निर्माण विभाग ने इस सड़क को फोरलेन बनाने का काम शुरु कर दिया। बांसडीह-बलिया मार्ग को बनवाने वाली फर्म को ही सड़क निर्माण की जिम्मेदारी दे दी गयी। हालांकि इस कार्य में सड़क के दोनों पटरियों के किनारे खड़े हरे पेड़ व बिजली का खम्भा अड़ंगा बन गये। बिना इसके हटाये सड़क का निर्माण नहीं हो सकता था। इसके लिये डीएम की ओर से वन विभाग व बिजली विभाग के अधिकारियों को सहयोग करने का निर्देश जारी किया गया। दोनों महकमों ने इस पर आने वाले खर्च का ब्योरा तैयार कर लोक निर्माण को दिया, जिसके बाद दोनों विभागों को बतौर खर्च 30-30 लाख दे भी दिये गये। हालांकि पैसा लेने के बाद भी दोनों विभागों के अधिकारी चुप बैठ गये, जबकि पीडब्ल्यूडी के अधिकारी व फर्म सड़क बनवाने के लिये परेशान थे। काफी प्रयास व लिखा-पढ़ी के बाद अब पेड़ों की कटाई का काम शुरू हो गया है। इसके बाद बिजली विभाग की ओर से खम्भों को हटाने का काम होगा। सड़क के किनारे अवैध कब्जों को हटाने के लिये लोक निर्माण विभाग की ओर से नोटिस जारी की जा रही है। उम्मीद है कुछ दिनों बाद लोगों को फोरलेन सड़क पर चलने का सपना पूरा हो जायेगा।
कुछ समस्याओं के कारण सड़क का निर्माण कार्य नहीं हो रहा था जो अब दूर हो चुकी है। पेड़ कटने व खम्भों के हटने के बाद काम शुरु हो जायेगा।