आय से अधिक संपत्ति मामले में दोषी करार दी गई अन्नाद्रमुक महासचिव वीके शशिकला ने बुधवार को बेंगलुरु की परापन्ना जेल में आत्मसमर्पण कर दिया। जेल में पहली रात उन्होंने जमीन पर सोकर बिताई। खाने में उन्हें दो रोटी, एक कप चावल और सांभर दिया गया। इसके अलावा शशिकला को बटर मिल्क भी मिला।
कोर्ट की कार्यवाही और मेडिकल चेकअप के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया। जेल में शशिकला को कैदी नंबर 9435 के तौर पर पहचाना जाएगा। शशिकला के साथ इसी मामले में दोषी करार दी गई इलावारसी भी होंगी। इलावारसी को कैदी नंबर 9436 के रूप में पहचाना जाएगा।
बता दें कि शशिकला ने कोर्ट से अपने लिए कई सुविधाएं मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। यानी शशिकला को कोई वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं मिलेगा। उन्हें कोई अलग सेल नहीं दी जाएगी और जेल की सामान्य बैरक में दो अन्य कैदियों के साथ रहना होगा। अन्नाद्रमुक नेता को 2 नंबर बैरक में रखा गया है और उन्हें पहनने के लिए तीन साड़ियां दी गई हैं।शशिकला को जेल में श्रम भी करना होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हें जेल में मोमबत्ती और अगरबत्ती बनाने का काम मिल सकता है। जेल में उनकी एक दिन की कमाई सिर्फ 50 रुपए होगी, साथ ही रविवार को भी कोई छुट्टी नहीं मिलेगी। बता दें कि अपने नेता के जेल जाने के बाद शशिकला के समर्थकों ने सेंट्रल जेल के बाहर काफी हंगामा किया। इस हंगामे में शशिकला के काफिले की चार कारें क्षतिग्रस्त हो गईं।
बता दें कि शशिकला ने कोर्ट से अपने लिए कई सुविधाएं मांगी थी, लेकिन कोर्ट ने इसे खारिज कर दिया। यानी शशिकला को कोई वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं मिलेगा। उन्हें कोई अलग सेल नहीं दी जाएगी और जेल की सामान्य बैरक में दो अन्य कैदियों के साथ रहना होगा। अन्नाद्रमुक नेता को 2 नंबर बैरक में रखा गया है और उन्हें पहनने के लिए तीन साड़ियां दी गई हैं।शशिकला को जेल में श्रम भी करना होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक उन्हें जेल में मोमबत्ती और अगरबत्ती बनाने का काम मिल सकता है। जेल में उनकी एक दिन की कमाई सिर्फ 50 रुपए होगी, साथ ही रविवार को भी कोई छुट्टी नहीं मिलेगी। बता दें कि अपने नेता के जेल जाने के बाद शशिकला के समर्थकों ने सेंट्रल जेल के बाहर काफी हंगामा किया। इस हंगामे में शशिकला के काफिले की चार कारें क्षतिग्रस्त हो गईं।