लखनऊ: चौधरी अजीत सिंह के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय लोकदल से 173 लखनऊ पूर्वी विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवार रोहित अग्रवाल के समर्थन में आज सायं रालोद के राष्ट्रीय महासचिव जयंत चौधरी के रोड-शो में लोगों की भारी भीड़ देखने को मिली। इस मौके पर रोहित का साथ महंत देव्यागिरी ने भी दिया। वेलेनटाइन-डे के इस मौके को उम्मीदवार रोहित अग्रवाल ने जहां नारी सम्मान और शराबबंदी के संकल्प दिवस के रूप में मनाने का आह्वान लोगों से किया वहीं पर जयंत चौधरी ने नागरिकों से मतदान कर अपने उम्मीदवार के समर्थन में एक नया इतिहास रचाने की अपील नागरिकों से की है। रोहित अग्रवाल के लिए रोड शो के दौरान जयंत चौधरी के साथ रालोद प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मसूद, वरिष्ठ मीडिया प्रभारी अनिल दूबे, युवा रालोद अध्यक्ष रवीन्द्र पटेल सहित अन्य नेता खासतौर पर मौजूद रहे। महानगर से क्षेत्र से शुरु हुए इस रोड शो से लगभग 25 किलोमीटर का रास्ता तय किया गया।
इस दौरान रोहित अग्रवालऔर जयंत चौधरी के साथ शराबबंदी आंदोलन से जुड़े मुर्तजा अली, देवेन्द्र पाल, बंगाली समाज से पीके दत्ता, कायस्थ समाज से विवेक श्रीवास्तव, अमित अग्रवाल, भूपेन्द्र यादव, सुमन रावत, निगत खान, मौलाना मसूद अफजल सहित दर्जनों समर्थकों ने सैकड़ों नागरिको से जनसंपर्क कर अपने उम्मीदवार के समर्थन में प्रचार किया।
रोड शो में जयंत चौधरी अपने उम्मीदवार रोहित अग्रवाल के साथ महानगर क्षेत्र शुरुआत करते हुए आईटी, कपूरथला, छन्नीलाल चौराहा, गोल मार्केट, खुर्रम नगर, मुंशी पुलिया, हरिहर नगर, पॉलीटेक्निक,लेखराज, निशातगंज आदि इलाके में जनसंपर्क किया। इस दौरान जयंत ने कई स्थानों पर लोगों का संबोधित भी किया।
इन दिनों रोहित अग्रवाल मुहल्ला मीटिंग के माध्यम से लोगों से जनसंपर्क कर चुनाव चिन्ह हैंडपंप पर मुहर लगाने की अपील वोटरों से कर रहे हैं। स्थानीय समस्याओं के साथ-साथ खासकर शराबबंदी के मुद्दे पर अपने तर्को से लोगों को प्रभावित कर रहे रोहित को क्षेत्रीय जनता का अच्छा समर्थन मिल रहा है।
मालूम हो कि रोहित अग्रवाल निरन्तर मुहल्ला मीटिंग के दौरान रोहित अग्रवाल ने महानगर, निशातगंज, विकासनगर, इंदिरा नगर, खुर्रम नगर, मुंशी पुलिया आदि इलाकों में क्षेत्रवासियों से रूबरू होते हुए उन्हें जहां अपने दावों से विश्वास में लिया वहीं जनता के सवालों का जवाब भी उन्होंने पूरे आत्मविश्वास के साथ दिया।
इस दौरान रोहित अग्रवाल ने साफतौर पर कहा कि उनके विधायकी का चुनाव लड़कर विजयी होने का उद्देश्य खुद को बदलना नहीं बल्कि व्यवस्था बदलना है। रोहित के मुतबिक वे शराबबंदी के लिए पिछले कई सालों से संघर्षरत है लेकिन विधानसभा में आवाज उठाने के लिए उन्हें एमएलए बनने का समर्थन नागरिकों से चाहिये।
मालूम हो कि भाजपा, बसपा और समाजवादी पार्टी के मुकाबले राष्ट्रीय लोकदल से एक उम्मीदवार ऐसा भी है जो शराबबंदी को अपने जीवन का सबसे मिशन बनाकर संघर्षरत है। रोहित अग्रवाल ही वो उम्मीदवार है जो अपने विधानसभा क्षेत्र की जनसमस्याओं के साथ-साथ यूपी में शराबबंदी को लेकर लंबे वक्त से प्रयासरत हैं। खासकर महिलाओं को उनका यह मुद्दा बेहद पसंद है।