रंजिश व लेनदेन के विवाद में अधिवक्ता की हत्या कर शव सम्मनपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत तमसा नदी में फेंक दिया गया। वह एक सप्ताह पहले जलालपुर तहसील के लिए घर से निकले, इसके बाद से उनका कोई पता नहीं चल पा रहा था। परिवारीजनों ने जलालपुर थाने में इसकी सूचना भी दी थी जिस पर गुमशुदगी दर्ज हुई थी। इस बीच रविवार को उनका शव क्षत-विक्षत दशा में मछलीगांव के निकट मिला।
परिवारीजनों ने तीन लोगों के विरुद्ध पैसे के लेनदेन व रंजिश में हत्या करने का आरोप लगाया है। गौरतलब है कि बीते सोमवार को सम्मनपुर थाना क्षेत्र के मछलीगांव जहनियापुर गांव निवासी सच्चिदानंद (64) पुत्र रामसुमेर अचानक लापता हो गए थे। वह जलालपुर तहसील में अधिवक्ता थे। प्रतिदिन की तरह बीते सोमवार को भी वह तहसील के लिए निकले लेकिन घर नहीं लौटे।
जब देर शाम तक वह घर नहीं पहुंचे तो परिवारीजनों ने आसपास के क्षेत्र से लेकर रिश्तेदारी तक में उनकी काफी तलाश की लेकिन सफलता नहीं मिली। इस पर अधिवक्ता के पुत्र शिवमंगल उपाध्याय की तहरीर पर जलालपुर पुलिस ने गुमशुदगी का केस दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी थी। तब से परिवारीजन लगातार उनकी तलाश कर रहे थे।