इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में एलएलबी द्वितीय वर्ष के एक छात्र ने आत्मदाह की कोशिश की। वीसी दफ्तर के बाहर उसने खुद पर मिïट्टी का तेल उड़ेल कर आग लगा ली। पुलिस कर्मियों ने आग बुझाकर उसे अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है। 30 फीसद झुलसे इस छात्र को रात नौ बजे के आसपास एंबुलेंस से दिल्ली ले जाया गया है। घटनाक्रम के बाद कैंपस में माहौल और गर्मा गया है। इससे कुछ देर पहले ही पुलिस ने उग्र छात्रों पर नियंत्रण पाने के लिए लाठी भांजी थी। आत्मदाह के प्रयास के बाद उग्र छात्रों ने विश्वविद्यालय के कुल सचिव प्रो. एनके शुक्ला को बंधक बना लिया।
सोमवार से ही आंदोलन कर रहे विवि छात्र दोपहर दो बजे उग्र हो गए। कुलपति कार्यालय के पास जुटे छात्र कार्यवाहक कुलपति प्रो. केएस मिश्र से मिलकर उन्हें ज्ञापन सौंपना चाह रहे थे। मुख्य कुलानुशासक प्रो. हर्ष कुमार ने उन्हें रोकने की कोशिश की। करीब तीन बजे छात्रों ने आपा खो दिया तो पुलिस ने लाठी भांजी। पुलिस की कार्रवाई से नाराज इलाहाबाद के बहरिया निवासी जाबिर रजा ने शाम पांच बजे के आसपास खुद पर मिïट्टी का तेल उड़ेला और आग लगा ली। पुलिसकर्मियों ने आनन-फानन आग बुझाई और निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया। इस घटना से छात्रों के आंदोलन में नया मोड़ आ गया है। छात्रसंघ अध्यक्ष रोहित मिश्र ने छात्रों पर लाठीचार्ज को दुर्भाग्यपूर्ण बताया।
बता दें कि केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के निर्देश को लागू कराने के लिए कुलपति प्रो. रतन लाल हांगलू ने पिछले साल आन लाइन प्रवेश परीक्षा की व्यवस्था की थी। छात्र आफ लाइन परीक्षा की मांग पर अड़ गए थे। लगातार आंदोलन की वजह से यह मांग मान ली गई थी, लेकिन इस बार विश्वविद्यालय ने आफ लाइन परीक्षा का विकल्प खत्म कर दिया है। इससे छात्र आंदोलित हैं।
उधर प्राक्टर ने कहा कि ऐसी दुर्भाग्यपूर्ण घटना हो जाएगी, इसका अंदाजा नहीं था। बता दें कि कुलपति प्रो. रतन लाल हांगलू ने पिछले साल आनलाइन प्रवेश परीक्षा की व्यवस्था की थी। छात्र आफ लाइन परीक्षा की मांग पर अड़ गए थे। लगातार आंदोलन के चलते मांग मान ली गई थी, लेकिन इस बार विश्वविद्यालय ने आफ लाइन परीक्षा का विकल्प खत्म कर दिया है। इससे छात्र आंदोलित हैं।