महीनोंभर से चली आ रही ऊहापोह शुक्रवार को समाप्त हो गयी और चुनाव आयोग की अनुमति मिलने के बाद चयनित 86 ग्राम पंचायत अधिकारियों ने अपना ज्वाइनिंग डीपीआरओ कार्यालय में दिया।
बताया जाता है कि ग्राम पंचायत अधिकारियों की नियुक्ति की प्रक्रिया महीनों पहले शुरु हुई थी। अंतिम रुप से चयन के बाद भी तैनाती के लिए अभ्यर्थी इंतजार करते रहे। इसी बीच चार जनवरी को अचानक विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद लगी आचार संहिता में इनकी तैनाती का कार्य रुक गया। बताया जाता है कि शासन की ओर से इस बावत आयोग से अनुमति मांगी गयी थी। अनुमति मिलने के बाद शुक्रवार को जिले के चयनित सभी 80 अभ्यर्थियों ने जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय में अपना योगदान दिया। डीपीआरओ की मानें तो ग्राम पंचायत अधिकारियों की कमी दूर होने से गांवों के विकास कार्य में तेजी आयेगी।