जबकि सूचना मिलने पर दोहरीघाट शाखा के सीनियर प्रबंधक के साथ वे खुद भी मौके पर पहुंच गए थे। शिवनाथ राम ने उड़न दस्ते पर वाहवाही लूटने के लिए इस कदम को उठाने का आरोप लगाया। बोले मंगलवार को वो तथा उनका स्टाफ दोहरीघाट थाने पर पहुंचा। वहां से बताया गया कि एसडीएम घोसी से संपर्क करें। एसडीएम घोसी ने बताया कि सीडीओ से संपर्क करें। सीडीओ कार्यालय से उन्हें आयकर कार्यालय भेजा गया। जहां बताया गया कि रुपये का स्टेटमेंट वाराणसी हेड आफिस जांच की गाइड लाइन प्राप्त करने के लिए भेजा गया है। लेकिन आयकर कार्यालय वाराणसी को देर शाम तक कोई डाक्यूमेंट नहीं मिला था।
वाहवाही के लिए सीज किए रुपये
उड़नदस्ते द्वारा सोमवार को दोहरीघाट से पकड़े गए पंजाब नेशनल बैंक के चेस्ट से निकले रुपये की जांच दूसरे दिन भी पूरी नहीं हो सकी। बैंक के चेस्ट प्रबंधक शिवनाथ कहा कि सारे दस्तावेज होने के बाद भी जबरदस्ती चेस्ट से निकली करेंसी को टीम ने सीज किया। उन्होंने उड़न दस्ते पर वाहवाही लूटने के लिए बैंक के रुपये सीज करने का आरोप लगाया।
सोमवार को चेकिंग के दौरान उड़न दस्ते की टीम ने दोहरीघाट बाजार से पंजाब नेशनल बैंक के चेस्ट वाहन को पकड़ा। उड़नदस्ते ने वाहन में मौजूद पीएनब के कर्मचारी मनोरंजन कुमार के पास कैश का कोई प्रमाण न होने का आरोप लगाकर उसे सीज किया था। चूंकि दस लाख से अधिक की रकम की जांच आयकर विभाग को करनी है, इस कारण कलेक्ट्रेट में गठित जांच टीम ने मामले को इनकम टैक्स अधिकारी मऊ को सौंप दिया। इनकम टैक्स विभाग के सूत्रों से पता चला कि रुपया ज्यादा था, इस कारण उसे सहायक आयकर निदेेशक (अन्वेषण) वाराणसी को सौंपा गया है। वहीं पंजाब नेशनल बैंक के चेस्ट प्रबंधक शिवनाथ ने बताया कि उनके बैंक का रुपया गलत तरीके से पकड़ा गया है। बोले पूरे डाक्यूमेंट थे, लेकिन टीम का आरोप था कि किसी के पास बैंक का आईडी कार्ड नहीं है।