जानकारी होने पर कंट्रोल रूम ने जंघई स्थित आरपीएफ , जीआरपी व पीडब्लुआई को सूचना दी। सुरक्षा के मद्देनजर आरपीएफ सहायक अरविन्द सिंह, जीआरपी के स्वामी प्रसाद तुरन्त मौके पर पहुंच गए। पीडब्लुआई के कर्मचारी भी मौके पर पहुंच कर टूटे ट्रैक को दुरुस्त करने में जुट गए। ज्वाइन्टर लगाकर रायबरेली-जौनपुर इण्टरसिटी एक्सप्रेस को कॉशन के सहारे गुजारा गया। बाद में इलाहाबाद जौनपुर एजे पैसेन्जर, गोदान एक्सप्रेस आदि ट्रेनो को भी कॉशन के जरिए पास कराया गया। पटरी टूटी होने की जानकारी होते ही मौके पर ग्रामीणों की भ्ाी भीड़ लगी रही। आरपीएफ सहायक प्रभारी अरविन्द सिंह ने बताया की सुरक्षा की मद्देनजर आरपीएफ व जीआरपी के जवान मौके पर पहुंच गए थे। ठंड के कारण ट्रैक टूटा था। ट्रेने कॉशन के सहारे चलाई जा रही है। ट्रैक की मरम्मत कराई गई।
टूटी पटरी से गुजर गई ट्रेन, बड़ा हादसा टला
इलाहाबाद-जौनपुर रेल प्रखंड पर जरौना और बरसठी स्टेशन के बीच कटवार गांव के पास मंगलवार को सुबह टूटे ट्रैक से इलाहाबाद जाने वाली एजे पैसेन्जर ट्रेन गुजर गई। यह तो संयोग रहा कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। गांव के एक युवक की निगाह टूटी पटरी पर पड़ी तो उसने विभाग के अधिकारियों को सूचना दी। खबर मिलने पर मौके पर पहुंचे पीडब्ल्यूआई के कर्मियो ने टूटे ट्रैक पर ज्वाइन्टर लगाकर उसकी मरम्मत की। इस दौरान अन्य ट्रेनों को कॉशन के सहारे गुजारा गया।
बरसठी-कटवार स्टेशन के पास कटवार गांव के पास रेलवे पटरी टूट गई थी। इसकी जानकारी किसी को नहीं थी। मंगलवार को सुबह एजे पैजेन्जर ट्रेन गुजर गई। ट्रेन के बाद गांव के विनोद यादव उधर से गुजर रहे थे तो उनकी निगाह टूटी रेलवे पटरी पर पड़ गई। देखा तो ट्रैक टूटा था। उसने तत्काल इसकी सूचना रेलवे कंट्रोल रूम को दी।