मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि भारतीय सेना अदम्य साहस व वीरता का उदाहरण है। मुख्यमंत्री ने बताया कि द्वितीय विश्व युद्ध की वीरांगना व वेटरन की मासिक पेंशन आठ से बढाकर दस हजार कर दिया गया है। इसका राज्य के तकरीबन आठ सौ परिवारों को फायदा होगा। कारगिल विजय दिवस के मौके पर गांधी पार्क में आयोजित समारोह में शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद सीएम पुष्कर ने कहा कि एनडीए/सीडीएस या समकक्ष लिखित परीक्षा पास करने वाले पूर्व सैनिकों के बच्चों को एसएसबी इंटरव्यू की तैयारी के लिये पचास हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।इसके अलावा एक प्रकरण पिछले काफी वक्त से लंबित है। सैनिकों व पूर्व सैनिकों के बच्चों के पठन-पाठन में सहूलियत के लिये हल्द्वानी में एक छात्रावास का भी निर्माण किया जाएगा। गढ़वाल व कुमाऊं में वीर नारियों व वीरता पदक से अलंकृत सैनिकों के सम्मान में सम्मान समारोह आयोजित किए जाएंगे। सैन्य धाम के विषय में कहा कि इसके लिये सभी जरूरी इंतजाम किये जा रहे हैं और सैन्य धाम जल्द आकार लेने लगेगा।साथ ही एक सितंबर से राज्य में सैनिक सम्मान यात्रा भी आयोजित की जा रही है।जिसके तहत शहीदों के स्वजन व वीरता पदक से अलंकृत सैनिकों को सम्मानित किया जाएगा। वहीं सैन्य धाम के लिये शहीदों के आंगन की मिट्टी लाई जाएगी।सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कारगिल विजय दिवस के अवसर पर भारतीय सेना के अदम्य साहस व शौर्य को नमन करते हुए वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की है। सीएम ने कहा कि भारतीय सैनिकों ने कारगिल युद्ध में विपरीत परिस्थितियों में वीरता का परिचय देते हुए घुसपैठियों को सीमा पार खदेड़ा। कहा कि कारगिल युद्ध में देश की सीमाओं की रक्षा के लिए वीर सैनिकों के बलिदान को राष्ट्र हमेशा याद रखेगा। उत्तराखंड में भी देश के लिये बलिदान की परम्परा रही है। सीएम ने कहा कि राज्य सरकार सैनिकों, पूर्व सैनिकों एवं उनके परिजनों के कल्याण के लिए वचनबद्ध है। सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने कहा कि सरकार हर शहीद परिवार के साथ है। कारगिल शहीद और समय समय पर शहादत देने वाले हर शहीद के आश्रितों के किए गए वादों को पूरा किया जाएगा।