विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला शुक्रवार को ब्रिटेन की दो दिवसीय यात्रा पर जा रहे हैं, जहां नई दिल्ली और लंदन के बीच 10 वर्षीय रोडमैप 2030 समेत द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने पर जोर दिया जाएगा। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि श्रृंगला अपने ब्रितानी समकक्ष के साथ पारस्परिक हित के के क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर चर्चा करेंगे, जिसमें भारत और ब्रिटेन के बीच रोडमैप लागू करना और अफगानिस्तान में विकसित हो रही स्थिति शामिल है।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके ब्रिटिश समकक्ष बोरिस जॉनसन के बीच एक डिजिटल शिखर सम्मेलन में ‘रोडमैप 2030’ स्वीकार किया गया था, जो द्विपक्षीय संबंधों को एक समग्र रणनीतिक भागीदारी तक ले जाने पर केंद्रित है। दोनों देशों के बीच तैयार किए गए रोडमैप में व्यापार, निवेश, प्रोद्योगिकी, जलवायु और स्वास्थ्य के क्षेत्रों में दोनों देशों के पुनर्जीवित और गतिशील कनेक्शन की कल्पना की गई है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ”यात्रा के दौरान, विदेश सचिव अपने समकक्ष से मुलाकात करेंगे और रोडमैप 2030 के क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान देने के साथ ही द्विपक्षीय संबंधों की विस्तृत समीक्षा करेंगे। इस मुलाकात में हिंद महासागर और भारत-प्रशांत क्षेत्रों में भारत-ब्रिटेन रक्षा और सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा देने पर चर्चा की जाएगी।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने संवाददाता सम्मेलन में कहा, ”यात्रा के दौरान, विदेश सचिव अपने समकक्ष से मुलाकात करेंगे और रोडमैप 2030 के क्रियान्वयन पर विशेष ध्यान देने के साथ ही द्विपक्षीय संबंधों की विस्तृत समीक्षा करेंगे। उन्होंने कहा, ”वह पारस्परिक हित के क्षेत्रीय एवं वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा करेंगे। ऐसा माना जाता है कि अफगानिस्तान में तेजी से बदल रही स्थिति पर भी श्रृंगला लंदन में बात करेंगे।
विदेश मंत्रालय ने कहा कि विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला इस 10 साल के रोडमैप पर ध्यान देने के साथ भारत और ब्रिटेन के बीच द्विपक्षीय संबंधों की विस्तृत समीक्षा करेंगे। अपनी यात्रा में श्रृंगला अफगानिस्तान में उभरती स्थिति की भी चर्चा कर सकते हैं।
इससे पहले भारत और यूके नौसैनिक सहयोग को बढ़ाने के लिए बंगाल की खाड़ी में तीनों से ज्याद समय के लिए एक संयुक्त अभ्यास कर चुके हैं जिसमें ब्रिटेन का सबसे बड़ा युद्धपोत एचएमएस क्वीन एलिजाबेथ और इसके स्ट्राइक टास्क ग्रुप शामिल हुए थे।