जिला अस्पताल में सर्जरी ठप हो गई है। अस्पताल में तैनात एकमात्र सर्जन डॉ.आरडी रमन का श्रावस्ती तबादला हो गया है। अब अस्पताल में कोई सर्जन ही तैनात नहीं है। इस वजह से सीएम शहर के जिला अस्पताल के सर्जरी तक हो गई है।
नेताजी सुभाष चंद्र बोस जिला अस्पताल में 350 बेड है। अस्पताल में 14 विभाग हैं। सबसे बड़ा विभाग मेडिसिन, जनरल सर्जरी और पीडिया है। सर्जरी विभाग में सर्जन के चार पद हैं। इस पद पर बीते एक साल से दो डॉक्टर ही तैनात थे। पिछले 30 जून को डॉ.एके श्रीवास्तव सेवानिवृत्त हो गए। महज 15 दिन बाद ही अस्पताल के एक मात्र सर्जन का भी तबादला हो गया। उन्हें श्रावस्ती भेजा गया है।
बंद हुआ विभाग, ओटी ठप
इसके बाद से अस्पताल में यह विभाग बंद हो गया। बीते दो दिन से अस्पताल में कोई सर्जरी नहीं हुई है। यहां पर बनी दो ओटी बनी है। अस्पताल की इमरजेंसी में भी एक ऑपरेशन थिएटर(ओटी) संचालित है। इतना ही नहीं अस्पताल में 60 बेड सर्जरी विभाग के लिए आरक्षित है। यह बेड खाली हो चुके हैं।
हफ्ते में तीन से चार दिन होती थी सर्जरी
जिला अस्पताल में अमूमन पांच दिन सर्जरी होती है। शनिवार व रविवार को इमरजेंसी में सर्जरी होती थी। बीते पांच साल से अस्पताल में डॉक्टरों की कमी हो गई है। एनेस्थीसिया के पांच डॉक्टर हैं। जिसमें से दो की ड्यूटी बाहर लग गई है। इस वजह से सर्जन एनेस्थीसिया के डॉक्टर की उपलब्धता के मुताबिक सर्जरी करते थे। फिर भी हफ्ते में तीन से चार दिन सर्जरी हो जाती थी। हर हफ्ते 20 मरीजों की सर्जरी होती। अब यह ठप हो गई है।
सीएम से एसआईसी ने मांगे थे सर्जन
बीते पांच जुलाई को ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया था। इस दौरान एसआईसी डॉ.एसी श्रीवास्तव ने सीएम को बताया था कि अस्पताल में दो सर्जन थे। एक रिटायर हो गए। अब एक ही सर्जन बचे हैं। उन्होंने सीएम से एक और सर्जन उपलब्ध कराने की मांग की थी। यह मांग पूरी तो हुई नहीं अलबत्ता जो मौजूद थे। उनका तबादला हो गया।
एक महीने के लिए ज्वाइन कर सकते हैं एक सर्जन
जिला अस्पताल में एक महीने के लिए एक सर्जन ज्वाइन कर सकते हैं। वह बीआरडी मेडिकल कॉलेज के जनरल सर्जरी विभाग में तैनात है। मूल रूप से वह पीएमएस कैडर के हैं। वह लंबे समय से बीआरडी में तैनात रहे हैं। आगामी 30 अगस्त को उनकी सेवानिवृत्त है। शासनादेश है कि अधिकारी मूल कैडर से ही रिटायर होंगे। यही वजह है कि वह पीएमएस में लौट रहे हैं। ऐसे में वह अगले एक महीने के लिए वह जिला अस्पताल में तैनात हो सकते हैं।
बोले एसआईसी
अस्पताल में सर्जन नहीं हैं। इस वजह से मरीजों की दिक्कत बढ़ सकती है। सर्जन की मांग के लिए शासन को पहले ही पत्र लिखा हूं। दोबारा रिमाइंडर भेजा। अब डॉ. रमन का तबादला हो गया। ऐसे में तो स्थिति चरमरा जाएगी। शासन को इसपर विचार करना चाहिए।
– डॉ. एसी श्रीवास्तव, एसआईसी, जिला अस्पताल