बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के निष्कासित विधायक असलम रायनी ने पार्टी को ‘डूबता जहाज’ करार देते हुए पार्टी प्रमुख मायावती द्वारा ‘ब्राह्मण सम्मेलन आयोजित किए जाने पर कहा कि ब्राह्मण तो क्या अन्य पिछड़ा वर्ग, सवर्ण और अल्पसंख्यकों सहित कोई भी समाज अब बसपा के साथ नहीं है। भिनगा सीट से विधायक रायनी ने रविवार रात संवाददाताओं से कहा कि बसपा का ब्राह्मण प्रेम सिर्फ चुनावी स्टंट भर है। रायनी ने कहा, “एक समय जब बृजेश पाठक जैसे बड़े ब्राह्मण नेता पार्टी में थे तब बात और थी। आज ब्राह्मण केवल सतीश चंद्र मिश्र के बल पर बसपा के डूबते जहाज में सवार नहीं होंगे।”
बसपा से निष्कासन के बाद समाजवादी पार्टी (सपा) के करीब आए रायनी ने दावा किया कि लखीमपुर, सीतापुर, गोरखपुर, बलरामपुर, बहराइच, गोंडा और अपने जनपद श्रावस्ती के ब्राह्मणों से उनकी बात हुई है। ब्राह्मण समाज के लोग इस बार सपा को वोट देने की बात कर रहे हैं। विधायक ने कहा कि इन सबके अलावा अल्पसंख्यक समाज भी सपा को ही वोट करेगा और अखिलेश यादव प्रदेश के मुख्यमंत्री बनेंगे।
बसपा अध्यक्ष मायावती ने रविवार को कहा था कि पिछले चुनाव में ब्राह्मण भाजपा के बहकावे में आ गए थे, लेकिन अब वे पछता रहे हैं। आने वाले विधानसभा चुनाव में ब्राह्मणों को फिर से बसपा के साथ आना चाहिए। मायावती ने इस माह के अंत में अयोध्या से ब्राह्मण समाज का सम्मेलन शुरू करने की घोषणा की है।