महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय ने रविवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए उनके पुश्तैनी घर में भी छापेमारी की। ईडी ने 100 करोड़ रुपये की उगाही के मामले में यह कार्रवाई की और नागपुर जिले के वधविहिरा और कटोल इलाकों में स्थित उनके घर पर छापेमारी की। बता दें कि इससे कुछ दिन पहले ही ईडी ने मनी लॉन्ड्रिंग केस में एनसीपी नेता देशमुख की 4.20 करोड़ रुपये की संपत्ति को कुर्क किया था।
रविवार सुबह करीब 7 बजे ईडी के 6 कर्मी सीआरपीएफ जवानों की एक टीम के साथ देशमुख के दोनों घरों पर पहुंचे और तलाशी अभियान शुरू किया। सीआरपीएफ ने देशमुख के घर को हर तरफ से घेर लिया था।
दो दिन पहले ही शुक्रवार को, देशमुख के नाम पर मुंबई के वर्ली में एक फ्लैट और कुछ अन्य संपत्तियों को भी ईडी ने कुर्क किया था। ईडी ने सवाल-जवाब के लिए अनिल देशमुख की पत्नी आरती देशमुख को भी समन जारी किया है।
बता दें कि मुंबई पुलिस के पूर्व कमिशनर परमबीर सिंह ने आरोप लगाए थे कि अनिल देशमुख ने सस्पेंडेड पुलिस अधिकारी सचिन वाझे और कुछ अन्य पुलिसकर्मियों से हर महीने मुंबई के बार और रेस्तरां से 100 करोड़ रुपये की उगाही करने को कहा था।
इन आरोपों के बाद बॉम्बे हाई कोर्ट ने देशमुख के खिलाफ सीबीआई जांच को मंजूरी दे दी थी। इसके बाद अप्रैल में एजेंसी देशमुख के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी। ईडी ने बीते महीने अनिल देशमुख के पीए कुंदन शिंदे और पीएस संजीव पलांदे को भी गिरफ्तार किया था। इसके अलावा ईडी ने देशमुख और उनके परिवार के कुछ सदस्यों को भी तलब किया था।
सूत्रों ने बताया कि रविवार को ईडी की छापेमारी के समय देशमुख और उनके परिवार के सदस्य घर पर मौजूद नहीं थे। ईडी ने बीते महीने सिविल लाइन्स स्थित देशमुख के आवास पर भी छापेमारी की थी और उनकी पत्नी आरती, बेटे ऋषि से पूछताछ की थी।