भारत में कोरोना संक्रमण के नए मामलों की स्थिति स्थिर बनी हुई है। बीते कुछ समय से हर दिन करीब 40 हजार नए केस सामने आ रहे थे लेकिन शनिवार सुबह को स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटों में 38,079 नए कोरोना केस आए हैं। इसके अलावा 560 संक्रमितों की जान चली गई है। इससे पहले शुक्रवार को 38,949 और गुरुवार को 41,806 नए केस सामने आए थे।
हालांकि, 24 घंटे में 43,916 लोग कोरोना से ठीक भी हुए हैं। इसके साथ ही अब तक कोरोना से उबरने वालों की कुल संख्या 3,02,27,792 हो गई है। साप्ताहिक संक्रमण दर 5% से नीचे बनी हुई है और फिलहाल यह 2.10 % पर है। देश में इस समय 4 लाख 24 हजार लोग अभी भी कोरोना से संक्रमित हैं, जिनका इलाज चल रहा है। ये एक्टिव मामले कुल मामलों का 1.36% हैं। देश भर अब तक कोरोना से कुल 4,13,091 लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, अच्छी बात ये है कि अब तक कुल 3 करोड़ 2 लाख 27 हजार लोग ठीक भी हुए हैं। महामारी की शुरुआत से लेकर अबतक तीन करोड़ 10 लाख 64 हजार लोग संक्रमित हुए हैं।
अगले 100-125 दिन नाजुक
इधर, विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा कोरोना की तीसरी लहर की दस्तक की आशंका के बीच केंद्र सरकार ने शुक्रवार को कहा है कि कोरोना के विरुद्ध जंग में अगले 100-125 दिन नाजुक होंगे। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) डॉ. वीके पॉल ने शुक्रवार को संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि देश की आबादी का एक बड़ा हिस्सा अभी भी कोरोना संक्रमण के लिहाज से संवेदनशील है। इसलिए तीसरी लहर को लेकर बार-बार शंका जाहिर की जाती है। उन्होंने कहा कि दुनिया में कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं और यह रोजाना पांच लाख से अधिक हो गए हैं।
उन्होंने आगे कहा कि डब्ल्यूएचओ ने इन्हीं आंकड़ों के आधार पर कहा है कि स्थिति अच्छी से खराब हो रही है। यह तीसरी लहर आने का संकेत दे रही है। उन्होंने कहा कि यदि लोग कोरोना अनुकूल व्यवहार का पालन करेंगे और अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे तो तीसरी लहर नहीं आएगी। अथवा इसके प्रभाव को कम किया जा सकेगा। डॉ. पॉल ने कहा कि इस लिहाज से अगले 100-125 दिन नाजुक होंगे। यानी अगले चार महीने विशेष तौर पर सावधान रहने की जरूरत होगी