गोरक्षनगरी में ग्राम पंचायतों को ग्राम सचिवालय की तरह इस्तेमाल किया जाएगा। इस ग्राम सचिवालय से ही गांव की सरकार संचालित होगी। पंचायती राज निदेशक की ओर से इस बावत निर्देश दिए गए हैं। ग्राम पंचायतों में निर्मित और निर्मित हो रहे ग्राम पंचायत भवनों के बकायदा डिजिटल डायरी तैयार होगी जिसका काम हर हाल में 25 जुलाई तक पूर्ण करना है।
जिले की 400 से अधिक ग्राम पंचायतों में नए पंचायत भवन बनाए जा रहे हैं। जहां पहले से पंचायत भवन बने हैं, उनका जीर्णोद्धार हो रहा है। इन पंचायत भवनों में ग्राम सचिवालय संचालित होंगे। 20 जुलाई तक पंचायत भवनों में पंचायत कार्यालय की स्थापना अनिवार्य रुप से करनी है। इसके अलावा रनिंग वॉटर के साथ पंचायत भवनों में महिला एवं पुरुष के लिए अलग-अलग शौचालय भी निर्मित करने हैं। जहां अलग-अलग शौचालय नहीं होंगे, वहां शौचालय निर्मित किए जाएंगे। शौचालय में हाथ धुलने के लिए बेसिन भी लगाना होगा।
जिन पंचायत भवनों में केवल एक कक्ष होगा, वहां अतिरिक्त कक्ष राज्य या केंद्र वित्त के बजट से बनाया जाएगा। पंचायत भवन पहुंचने के रास्ते को सुदृढ़ किया जाएगा। विद्युतीकरण, इंटरनेट, फर्नीचर एवं पेयजल जैसी सुविधाएं उपलब्ध करानी होंगी। पंचायत भवनों का काम पूरा होने के बाद डिजिटल डायरी बनाने का काम शुरू किया जाएगा।
रुक जाएगा वेतन
सहायक विकास अधिकारी पंचायत अपने ब्लाक के सभी पंचायत भवनों की डिजिटल डायरी को संकलित करेंगे। संकलित कर इसे डीपीआरओ को उपलब्ध कराएंगे। डीपीआरओ इसे उपनिदेशक पंचायत को और उनके द्वारा निदेशक को डिजिटल डायरी उपलब्ध कराई जाएगी। 30 जुलाई तक डिजिटल डायरी हर हाल में निदेशक को उपलब्ध करानी होगी। अन्यथा जिम्मेदारों का वेतन भी रोका जा सकता है।
बोले डीपीआरओ
निदेशालय ने सभी पंचायत भवनों की डिजिटल डायरी बनाने का निर्देश है।सभी सहायक विकास अधिकारियों निर्देशित किया गया है कि वे समय से डिजिटल डायरी तैयार कराएं ताकि उपनिदेशक पंचायत को उपलब्ध कराया जाए। जिले में निर्माणाधीन पंचायत भवन समय से पूरे होंगे।