काशी विश्वनाथ धाम के चारों ओर ढाई मीटर ऊंची बाउंड्री का निर्माण कराया जाएगा। इसमें एक डेढ़ मीटर दीवार की ऊंचाई होगी। उसके ऊपर जाली लगेगी। वहीं धाम की देखभाल व भवनों के संचालन के लिए कंसल्टेंट की भी नियुक्ति की जाएगी। इन निर्णयों समेत 11 बिंदुओं वाले विश्वनाथ धाम के 443 करोड़ के संशोधित बजट को काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद की 5वीं बैठक में मंजूरी मिल गई। इसके साथ ही वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए 4209 लाख रुपये का बजट प्रस्तावित किया गया है।
शनिवार को कमिश्नरी सभागार में मंडलायुक्त दीपक अग्रवाल की अध्यक्षता हुई बैठक में कार्यदायी संस्था पीडब्ल्यूडी के अभियंता को सभी मानकों की जांच के बाद बजट शासन को भेजने का निर्देश दिया गया। विश्वनाथ धाम की कंसल्टेंट कम्पनी एचसीपी ने 443 करोड़ रुपये का बजट विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद के सामने रखा। इस्टीमेट में धाम के चारों ओर बाउंड्रीवाल का निर्माण, 2500 वर्ग मीटर में विकास कार्य, गंगा किनारे गेट सहित चार भवनों का कार्य और कंसल्टेंट की नियुक्ति के लिए फंड का प्रावधान है।
एचसीपी ने बताया कि कॉरिडोर में 55 फीसदी निर्माण पूरा हो चुका है। अभी यूटिलिटि ब्लॉक, सेक्यूरिटी दफ्तर, नीलकंठ पवैलियन तक वाहनों के आवागमन व सामग्री जमा होने के कारण काम शुरू नहीं हो सका है। बताया गया कि कॉरिडोर में पूर्व प्रस्तावित कार्य 15 नवम्बर तक पूरा करने का लक्ष्य है।
9 करोड़ का फर्नीचर व 5.47 करोड़ का सुरक्षा उपकरण
बोर्ड के सामने 9.09 करोड़ रुपये के फर्नीचर और 5.47 करोड़ रुपये के सुरक्षा उपकरण लगाने का संशोधित प्रस्ताव रखा गया। पूर्व में तैयार इस्टीमेट में ये दोनों बिंदु शामिल नहीं थे।
4.70 करोड़ का बिजली कनेक्शन
कॉरिडोर में बिजली आपूर्ति के लिए भेलूपुर उपकेंद्र से कनेक्शन लिया जाएगा। इसके लिए अलग से लाइन भी बिछाई जाएगी। कनेक्शन, बिजली तार आदि पर खर्च के लिए 4.70 करोड़ रुपये के बजट पर बोर्ड ने मुहर लगा दी।