जानलेवा वायरस ने पूरी दुनिया में तबाही मचाई है। कई परिवार उजड़ गए, कई लोगों की जिंदगियां सूनी हो गईं। लेकिन जबसे कोरोना की वैक्सीन आई और देशों में टीकाकरण शुरू हुआ है तबसे थोड़ी राहत देखने को मिली है। लगभग हर देश में अब टीके लगाए जा रहे हैं। इसी बीच, अमेरिका के बड़े संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ एंथनी फाउची ने बताया कि हाल ही में कोरोना से मरने वालों में 99.2 प्रतिशत ऐसे लोग शामिल थे जिन्होंने कोरोना वैक्सीन नहीं लगवाई थी।
डॉ एंथनी फाउची ने कहा कि यह बेहद दुखद है, इन मौतों को टाला जा सकता था। इन्होंने एनबीसी के मीट द प्रेस कार्यक्रम में कहा कि यह बहुत निराशाजनक है कि आपके पास कोरोना वायरस के रूप में एक भयंकर दुश्मन है, उसकी काट भी आपके पास मौजूद है, जो प्रभावी भी है लेकिन दुखद है कि इसे पूरे देश में लागू नहीं किया जा रहा है।
फाउची ने कुछ अमेरिकियों द्वारा टीके के विरोध के कारणों का हवाला देते हुए कहा कि कुछ वैचारिक हैं तो कुछ केवल वैक्सीन या विज्ञान विरोधी हैं। उनका कहना है कि देश के पास कोरोमा महामारी का मुकाबला करने के लिए टूल हैं और वह लोगों से सभी मतभेदों को दूर करने के लिए कहेंगे। उन्होंने लोगों से कहा कि वह समझे कि सभी दुश्मन यह वायरस है।
डॉ एंथनी फाउची ने कहा कि अमेरिका “बहुत भाग्यशाली” है कि उसके पास “देश में अनिवार्य रूप से सभी को टीका लगाने के लिए पर्याप्त टीके हैं। और दुनिया भर में ऐसे लोग हैं जो वैक्सीन पाने के लिए कुछ भी कर सकते हैं।” बता दें कि कोरोना से सबसे ज्यादा मौतें अमेरिका में ही हुई हैं। यहां 605,000 से ज्यादा लोगों की वायरस से मौत हो गई है।