सिर्फ 115 दिन तक मुख्यमंत्री पद गद्दी संभालने के बाद उत्तराखंड के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने इस्तीफा दे दिया है। उनके इस्तीफे के बाद तमाम तरह की अटकलबाजियों और बयानों का सिलसिला शुरू हो गया है। इस बीच तीरथ सिंह रावत से पहले उत्तराखंड के सीएम रहे त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस मामले में बयान जारी किया है। समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा है कि अगर तीरथ ने इस्तीफा नहीं दिया होता तो वहां संवैधानिक संकट खड़ा हो सकता था। उन्होंने आगे कहा कि आज होने वाली विधायकों की मीटिंग में नए नेता का चुनाव कर लिया जाएगा
गौरतलब है कि कोविड क्राइसिस के चलते कुछ राज्यों में उपचुनाव टाले जा चुके हैं। इसका असर उत्तराखंड में तीरथ सिंह रावत की मुख्यमंत्री की कुर्सी पर भी पड़ा। असल में मुख्यमंत्री बनने के बाद छह महीने भीतर उन्हें विधानसभा पहुंचना अनिवार्य था। इसकी आखिरी तारीख 10 सितंबर थी और समय बीतने के साथ उपचुनाव की संभावना कम होती जा रही थी। ऐसे में भाजपा के लिए भी स्थिति चुनौतीपूर्ण होती जा रही थी। ऐसे में तीरथ सिंह रावत का इस्तीफा ही एकमात्र विकल्प था।