पश्चिमी हवाओं की वजह से सात दिन बाद दिल्ली की हवा फिर से खराब श्रेणी में पहुंच गई है। बुधवार को दिल्ली के ज्यादातर इलाकों का वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 के अंक के ऊपर रहा। सफर का अनुमान है कि अगले दो दिनों के बीच भी वायु गुणवत्ता का स्तर इसके आसपास बना रहेगा।
मौसम की अलग-अलग गतिविधियों के चलते पिछले दिनों से लगातार दिल्ली की हवा अपेक्षाकृत साफ-सुथरी बनी हुई थी। हालांकि, अब पश्चिमी हवाओं के चलते बदलाव देखने को मिल रहा है। राजस्थान और हरियाणा के शुष्क इलाके से आने वाली धूल भरी हवाओं के चलते दिल्ली की हवा में धूल कणों की मात्रा में इजाफा हुआ है। इसके चलते वायु गुणवत्ता प्रभावित हुई है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, बुधवार को दिल्ली का औसत वायु गुणवत्ता सूचकांक 206 के अंक पर रहा। इस स्तर को खराब श्रेणी में रखा जाता है। इससे पहले 23 जून को वायु गुणवत्ता सूचकांक 218 के अंक पर यानी खराब श्रेणी में रहा था। सफर का अनुमान है कि धूल भरी हवाओं के चलते अगले दो दिनों के बीच सूचकांक इसी के आसपास रहने की संभावना है। हालांकि, हवा की रफ्तार तेज होने के चलते धूल ज्यादा समय तक वातावरण में नहीं टिकेगी।
वायु गुणवत्ता सूचकांक
29 जून 195
30 जून 206
यहां की हवा सबसे खराब
एनएसआईटी द्वारका 298
अलीपुर 255
नरेला 256
मथुरा रोड 253
बवाना 242