उत्तर प्रदेश के इटावा का लॉयन सफारी पर्यटकों के लिए खुल गया है। दूर-दराज से यहां पर्यटक शेर और भालुओं को देखने के लिए आ रहे हैं। वहीं, बच्चों के लिए काले हिरण आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं। गर्मी होने के बावजूद खुले में यूं शेरों को इधर-उधर घूमते देखना पर्यटकों को एक अलग रोमांच दे रहा है।
शेर, हिरण और भालू देख खुशी से चहके पर्यटक
लॉयन सफारी पहुंचे तेज प्रकाश ने बताया कि वह लॉयन सफारी में शेर, भालू और हिरण को देख सके। उन्होंने कहा कि यहां हिरणों की संख्या अधिक है। गर्मी होने की वजह से जानवर छाया में आराम कर रहे थे। जानवरों के रखरखाव की व्यवस्था प्रशासन ने अच्छी की हुई है। वहीं, अपने परिवार के साथ आई एक युवती ने बताया कि उन्होंने गूगल के जरिए सफारी खुलने का पता किया और फैमिली के साथ पहुंचीं। उन्होंने कहा कि सफारी में शेर, भालू और हिरण देखकर उन्हें बहुत खुशी हुई।
नहीं देख सकेंगे गौरी और जेनिफर को
दो शेरनियां जेनिफर और गौरी मई 2021 में कोरोना महामारी की चपेट में भी आ गईं। सफारी में कोरोना पहुंचने के बाद माना जा रहा था कि शायद ही यह सफारी अब दोबारा खुल सके। बीते दिनों दोनों शेरनियों के सैंपल जांच के लिए भारतीय पशु चिकित्सक अनुसंधान बरेली भेजे गए थे। बरेली से 24 जून को दोनों शेरनियों की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद सफारी प्रसाशन में खुशी का माहौल है। इसके बाद सफारी को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। बड़ी संख्या में लोग लायन सफारी देखने पहुंच रहे हैं। अप्रैल 2021 में ही सफारी को पर्यटकों के देखने के लिए ट्रायल को पूरा किया गया था। गौरी और जेनिफर अभी डॉक्टरों की देखरेख में हैं।
शेरों में फैली बीमारी के कारण बंद था लॉयन सफारी
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के कार्यकाल में बननी शुरू हुई इटावा लायन सफारी सपा सरकार का ड्रीम प्रोजेक्ट रही। सफारी में गुजरात से शेर-शेरनियों को लाया गया था। लेकिन, कुछ समय बाद ही इनमें से कई शेर और शेरनियां खतरनाक बीमारी कैनाइन डिस्टेंपर की चपेट में आ गए। तमाम प्रयासों के बावजूद 1 दर्जन से अधिक शेर और उनके बच्चों की मौत हो गई थी। शेरों में फैली बीमारी के बाद सफारी को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया था।
शेरों को बचाने में जुटे थे कई राज्यों के डॉक्टर
सफारी रेंजर विनीत सक्सेना ने बताया एक समय में तो शेरनियों का क्रेटीनाइन इतना हाई हो गया था कि लग रहा था कि कभी भी इनकी किडनियां फेल हो सकती हैं। हालांकि, सफारी प्रसाशन टीम और दिल्ली, गुजरात, उत्तराखंड, यूपी के कई वैटनरी डॉक्टरों की ऑनलाइन निगरानी में उनको बचा पाना सम्भव हो सका है। अब उनकी ब्लड रिपोर्ट आनी बाकी है, कोरोना रिपोर्ट उनकी निगेटिव आ चुकी है।
सफारी के उपनिदेशक बोले- जानवरों के स्वास्थ्य पर है नजर
सफारी के उपनिदेशक डीपी श्रीवास्तव ने जानकारी दी है कि दोनों बीमार शेरनियों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। दोनों को अभी सफारी के हॉस्पिटल में निगरानी में रखा गया है। सफारी में आने वाले पर्यटकों को अन्य शेरों को दिखाया जा रहा है।