गाजीपुर जिला कारागार का सोमवार को डीएम और एसपी समेत आलाअधिकारियों ने निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान अधिकारीद्वय ने जिला जेल, अस्पताल, किचन व मीनू के अनुसार दिये जाने वाले भोज्य पदार्थ की गुणवत्ता के साथ ही जेल में कैदियों की संख्या आदि की विस्तृत जानकारी ली। अधिकारियों ने सभी बैरकों की तलाशी ली, हालाकि इस दौरान कुछ मिला नहीं। खाने की गुणवत्ता पर ध्यान देने और साफ सफाई कराने का निर्देश जेलर को दिया।
सोमवार सुबह करीब 11 बजे जिलाधिकरी एमपी सिंह और एसपी ओपी सिंह का काफिला जिला कारागार पहुंचा। औचक निरीक्षण की जानकारी मिलते ही जिला कारागार के अधिकारियों एवं कर्मचारियों में हड़कंप मच गई। डीएम एवं एसपी ने एक-एक बैरक की तलाशी ली। इसके बाद कैदियों के लिए बन रहे भोजन की गुणवत्ता भी देखी। जिलाधिकरी ने जिला कारागार के अधिकारियों को साफ-सफाई रखने के साथ अन्य महत्वपूर्ण दिशा-निर्देश भी दिए।
इसके अलावा कोविड-19 के लिए शासन से जारी निर्देशों का पालन करने तथा कैदियों से मिलने आने वाले लोगों की तलाशी के बाद ही उन्हें अंदर प्रवेश देने को कहा। जेल में लगे सभी 34 सीसी टीवी कैमरे काम करते पाए गए। जेल में कुल 997 कैदी और अस्पताल में 14 कैदी भर्ती मिले। इनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली गयी। उन्होंने जेल अधीक्षक से कैदियों को सुबह के समय दिए गये नाश्ते के बारे में भी जानकारी ली। डीएम ने जेल अधीक्षक को निर्देशित किया कि अंदर आने वाले लोगों की गहनता से जांच करके व कोविड-19 का ध्यान देते हुए सभी को सेनेटाइज करके ही अंदर प्रवेश करने दिया जाय, साथ ही मास्क का वितरण भी किया जाय।