कहते हैं रोजाना दूध पीने, दही खाने और सलाद को हेल्दी माना जाता है। लेकिन हेल्दी फूड सबके लिए हेल्दी नहीं होते। विशेषज्ञ बताते हैं कि हर किसी की डाइट में फर्क होता है। इसलिए सबके लिए दूध या सलाद हेल्दी नहीं हो सकता।
दूध –
आयुर्वेद के मुताबिक, दूध में कफ ज्यादा होता है. ऐसे में जो वात या पित्त प्रकृति के लोग हैं उनके लिए दूध तो बहुत हेल्दी है, लेकिन कफ प्रकृति वाले लोगों के लिए दूध बहुत हानिकारक है।
सलाद –
इसी तरह से सलाद कफ और पित्त प्रकृति वालों के लिए बहुत हेल्दी है. दरअसल, कफ प्रकृति वाले लोगों को डायजेशन इम्प्रूव करने के लिए रॉ फाइबर चाहिए होता है। वहीं पित्त प्रकृति वालों में एसिड बहुत होता है। कफ और पित्त दोनों तरह की प्रकृति वालों का डायजेशन सलाद खाने से बेहतर होता है, लेकिन वात प्रकृति वाले लोगों के लिए ये हार्मफुल है क्योंकि सलाद में वात एलिमेंट बहुत ज्यादा होता है।इसलिए अलग-अलग होती है डाइट
बॉडी का नेचर-
वात, पित्त और कफ किस व्यक्ति का क्या बॉडी नेचर है उसी हिसाब से डाइट तय होती है।
डिजीज कंडीशन-
अगर व्यक्ति को कोई बीमारी जैसे डायबिटीज, हार्ट प्रॉब्लम, अल्सर या किडनी है तो इनकी डाइट अलग होती है।
उम्र
जो चीज 16 साल की उम्र में आपके लिए हेल्दी है वो 70 की उम्र में नहीं हो सकती।