यूपी कोआपरेटिव बैंक लि. के 25 लाख से अधिक ग्राहकों के लिए अच्छी खबर है। अब इस बैंक के ग्राहक जो कि अधिकांश ग्रामीण परिवेश से ताल्लुक रखते हैं वह घर बैठे 24 घंटे बैंकिंग कर सकेंगे। भारतीय रिजर्व बैंक ने इस बैंक को गुरुवार को इंटरनेट बैंकिंग का लाइसेंस दे दिया है।
22 जून 2020 को सहकारिता विभाग के तत्कालिन अपर मुख्य सचिव एमवीएस रामीरेड्डी ने बैंक के प्रबंध निदेशक भूपेंद्र कुमार के माध्यम से इंटरनेट बैंकिंग लाइसेंस के लिए भारतीय रिजर्व बैंक में आवेदन कराया था। एक साल तक कागजी प्रक्रिया के बाद 21 जून को भारतीय रिजर्व बैंक ने इंटरनेट बैंकिंग का लाइसेंस जारी कर दिया।
खाद, बीज की सहकारी संस्थाओं पर किसान कर सकेंगे क्यूआर कोड स्कैन
इंटरनेट बैंकिंग लाइसेंस मिल जाने के बाद यूपीसीबी मुख्यालय के साथ ही इसकी सभी शाखाओं के ग्राहक आनलाइन लेन-देन की 24 घंटे कर सकेंगे। निफ्ट, आरटीजीएस, यूपीआई, क्यूआर कोड स्कैनिंग के माध्यम से लेन-देन ग्राहक कर सकेंगे। बैंक की ईएमआई का भुगतान भी ऑनलाइन कर सकेंगे। ग्रामीण क्षेत्र में किसान जो कि बैंक के ग्राहक हैं, वह गांवों में स्थित खाद व बीज की सहकारी संस्थाओं से क्यूआर कोड स्कैन कर आसानी से लेन-देन कर पाएंगे।
माइक्रो एटीएम में होगा बैंक का अपना डिवाइस
बैंक के माइक्रो एटीएम भी बैंक के अपने डिवाइस से काम करेंगे। बताया जाता है कि इंटरनेट बैंकिंग के लिए बैंक ने अपनी वेबसाइट तैयार करा ली है। जल्द ही इसे शुरू कर दिया जाएगा। बैंक के अधिकारियों का कहना है कि इंटरनेट बैंकिंग की सेवा शुरू होने पर बैंक की शाखाओं से ग्राहकों का दबाव कम हो जाएगा। बैकिंग में होने वाली मानवीय गलतियां पूरी तरह समाप्त हो जाएंगी।