यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। अपने अधिकारिक ट्वीटर हैंडल पर रानी लक्ष्मीबाई के प्रति सम्मान प्रकट करते हुए उन्होंने कहा कि प्रथम स्वाधीनता संग्राम में अग्रणी भूमिका निभाने वाली महान योद्धा, अद्वितीय तेजस्विता, अद्भुत बलिदान, अदम्य साहस एवं नारी शक्ति की अप्रतिम प्रतीक झांसी की रानी लक्ष्मीबाई जी को उनकी पुण्यतिथि पर कोटिशः श्रद्धांजलि। आपका बलिदानी जीवन प्रत्येक भारतीय के लिए महान प्रेरणा है।
1858 में आज ही के दिन दिया था बलिदान
देश के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम की वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई का जन्म 18 नवम्बर 1828 को हुआ था। उन्होंने 18 जून 1858 को अपना बलिदान दिया। इस दिन को देश रानी लक्ष्मीबाई बलिदान दिवस के रूप मनाता है। इतिहास के पन्नों में रानी की वीरगाथा सुनहरे अक्षरों में अंकित है। अपने जीवन की अंतिम लड़ाई में उन्होंने ऐसी वीरता दिखाई कि अंग्रेज तक उनके कायल हो गए। उनके बलिदानी जीवन से आज भी देश प्रेरणा लेता है। उन्होंने बड़ी वीरता से अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिए थे। वह अंतिम सांस तक अंग्रेजों से लड़ती रहीं और अंतत: वीर गति प्राप्त की।
खूब लड़ी मर्दानी
झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की वीरता का वर्णन करने वाली कवियित्रि शुभद्रा कुमारी चौहान की कविता ‘खूब लड़ी मर्दानी वो तो झांसी वाली रानी थी , आज भी काफी लोकप्रिय है। झांसी की रानी को भारतीय इतिहास में भारत के पहले स्वतंत्रता संग्राम का प्रतीक माना जाता है।