कानपुर-बुंदेलखंड क्षेत्र के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष संदीप ठाकुर की शिकायत किसी और दल के नेता ने नहीं, बल्कि उनके ही पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष राधेश्याम पांडेय ने अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी से की। इस पर शुक्रवार को मामला दर्ज हुआ है। भाजपा नेता ने आरोप लगाया है कि हिस्ट्रीशीट मानकों को ताक पर रखकर खत्म की गई है। हिस्ट्रीशीट खत्म होने से पहले लगातार उसके खिलाफ शहर के अलग-अलग थानों में आपराधिक मुकदमे दर्ज हुए हैं।
भाजपा नेता के दागी दामन को साफ कर रहे डीआईजी से लेकर थानेदार
आरोप है कि संदीप के खिलाफ 20 से अधिक गंभीर मुकदमे दर्ज हैं। यहां तक की हत्या के मामले में उसे सजा भी होने वाली है। इसके बाद भी तत्कालीन डीआईजी अनंत देव ने उसकी हिस्ट्रीशीट खत्म कर दी है। डीआईजी से लेकर थानेदार ने भाजपा नेता के दाग को साफ करने के लिए झूठी रिपोर्ट लगाई है। इसके बाद अपर मुख्य सचिव ने फौरन पुलिस कमिश्नर से पहले फोन पर बात की है। और मामले में जांच का आदेश दिया है।
निष्पक्ष जांच हुई तो थानेदार से लेकर डीआईजी तक नपेंगे
संदीप के खिलाफ तत्कालीन थानेदार से लेकर सीओ, एसपी साउथ और डीआईजी ने अपनी रिपोर्ट लगाने के बाद हिस्ट्रीशीट खत्म की है। जबकि संदीप के खिलाफ नवंबर 2019 में हिस्ट्रीशीट खत्म होने से एक साल पहले तक गंभीर धाराओं में मुकदमे दर्ज हुए हैं।
इसके चलते इसमें डीआईजी अनंत देव से लेकर एसपी साउथ, सीओ और तत्कालीन थानेदार भी झूठी रिपोर्ट लगाने के दोषी हैं। इन सभी के खिलाफ विभागीय जांच होने के साथ ही अपराधी का कच्चा चिट्ठा नष्ट करने की एफआईआर भी दर्ज होगी।
जांच करने से बच रहे हैं अफसर
मामले में मानकों को ताक पर रखकर भाजपा नेता संदीप की हिस्ट्रीशीट खत्म की गई है। अगर अब जांच होगी तो आईपीएस अनंत देव से लेकर थानेदार तक कई पुलिस अफसर नपेंगे। पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने बताया कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। अगर आरोप सही पाए गए तो भाजपा नेता की दोबारा हिस्ट्रीशीट खोली जाएगी।
भारतीय जनता युवा मोर्चा के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष संदीप ठाकुर ने सत्ता के रसूख का इस्तेमाल करके अपनी हिस्ट्रीशीट खत्म करवा ली थी। दैनिक भास्कर की पड़ताल में मामले का खुलासा होने के बाद अफसर हरकत में आए थे। अब अपर मुख्य सचिव गृह (एसीएसएच) अवनीश अवस्थी ने इसका संज्ञान लेते हुए कानपुर पुलिस कमिश्नर असीम अरुण को जांच के आदेश दिए हैं।