क्या आपको आंखों में जलन और पानी आने जैसा लगता होता है। अगर आप ऐसा कई बार महसूस करते हैं, तो इसे हल्के में ना लें। आमतौर पर आंखें जल रही हों, तो समझ नहीं आता ऐसा क्यों हो रहा है। कई बार कुछ स्थितियां एकसाथ दोनों आंखों को प्रभावित करती हैं। लेकिन कुछ में केवल एक आंख ही लाल होती है।
भले ही आपकी एक आंख ही प्रभावित हो, फिर भी आपको जानना चाहिए कि ऐसा क्यों हो रहा है। जितनी जल्दी इलाज करेंगे, उतनी जल्दी राहत मिलेगी। तो आइए यहां हम कुछ ऐसे सामान्य कारणों पर नजर डालते हैं, जो केवल आपकी एक आंख को प्रभावित करते हैं।
रूमेटाइड अर्थराइटिस एक ऑटोइम्यून कंडीशन है, जहां आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली आपके जोड़ों में हेल्दी टिश्सू पर अटैक करती हैं। इस स्थिति के कारण आंखों में लालिमा के लक्षण दिखाई देते हैं। ध्यान रखें कि रूमेटाइड अर्थराइटिस खुद आंखों में नहीं बढ़ता, लेकिन इसके होने से आपकी आंखों की स्थिति विकसित होने का खतरा जरूर बढ़ जाता है। जिससे आंखों में जलन होने के साथ पानी बह सकता है। एक ठंडा सेक रूमेटाइड अर्थराइटिस के कारण होने वाले दर्द और लालिमा से राहत दिलाने में कारगार साबित होता है।
कंजक्टिवाइटिस की समस्या
कंजक्टिवाइटिस के लक्षण अक्सर एक आंख से शुरू होते हैं, लेकिन स्थिति बढ़ जाए , तो ये दोनों आंखों को प्रभावित कर सकती है। इस समस्या का इलाज इस बात पर निर्भर करता है कि आपको यह समस्या एलर्जी से है या वायरल के कारण।
यदि कंजक्टिवाइटिस एलर्जी से शुरू होता है, तो एंटीहिस्टामाइन ड्रॉप्स और ठंडा सेक इसका बेहतर इलाज है। इसके वायरल और बैक्टीरियल दोनों रूपों में फैलने की संभावना है। वायरल कंजेक्टिविाइटिस का कोई खास इलाज नहीं है। जबकि बैक्टीरियल कंजक्टिवाइटिस को घरेलू नुस्खों और आई ड्रॉप के जरिए ठीक किया जा सकता है।
कॉन्टेक्ट लैंस पहनना
यदि आप कॉन्टेक्ट लैंस पहन रहे हैं, तो कभी न कभी आपको आंखों में पानी और चुभन होती होगी। रात को कॉन्टेक्ट लैंस पहनकर सो जाने से ऐसा होता है। यदि आप कॉन्टेक्ट लैंस को ज्यादा समय पहने रहते हैं, तो आंखों में बार-बार पानी आने जैसी समस्या और बढ़ जाती है।
यदि कॉन्टेक्ट लैंस केवल एक आंख में लाली और जलन पैदा कर रहा है, तो इसे हटा दीजिए। लेकिन ध्यान रखें कि अपनी आंखों में तुरंत नया कॉन्टेक्ट लैंस न लगाएं। बेहतर है कुछ दिनों तक चश्मे का ही इस्तेमाल करें।
आंखों में धूल या रेत का कण जाना
कई बार घर की सफाई करते वक्त आंखों में धूल या रेत के कण चले जाते हैं। इससे आंखों में जलने , पानी आने जैसा महसूस होता है। यदि आंखों में कोई छोटा सा कण चला गया है,तो ऐसे में आंखों को कम से कम मूव करें। तो इसे आंसू के जरिए भी बाहर निकाल सकते हैं। विशेषज्ञों की सलाह है कि आंखों को छूने से पहले अपने हाथों को धो लेना चाहिए।