वेस्ट एंड रोड स्थित ऋषभ एकेडमी का संचालन पार्श्वनाथ मंदिर कमेटी करती है। कमेटी मेंबर संजय जैन ने पांच नवंबर 2020 में स्कूल के तात्कालीन प्रबंधक रंजीत जैन व प्रिंसिपल याचना भारद्वाज के विरुद्ध 56.92 लाख रुपये की फीस धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। आरोप था कि बच्चों से वसूली गई फीस कमेटी के खाते में जमा नहीं हुई।18 मार्च को प्रिंसिपल की गिरफ्तारी हो चुकी है। अब रंजीत जैन को सदर बाजार पुलिस ने शुक्रवार रात बंगलुरू से गिरफ्तार कर लिया। प्रिंसिपल और पूर्व प्रबंधक पर घोटाले से जुड़े दस्तावेज नष्ट करने का भी एक मुकदमा दर्ज है।
यह है आरोप
ऋषभ एकेडमी में 1 अप्रैल 2020 से 20 सितंबर 2020 तक कुल 133.38 लाख रुपये की प्राप्ति हुई। इसमें 70.45 लाख रुपये के खर्चे घटाने के बाद 6.51 लाख रुपये खाते में पाए गए। शेष 56.92 लाख रुपये का कोई हिसाब-किताब नहीं मिला। प्रबंधक-प्रिंसिपल पर आरोप है कि यह पैसा उन्होंने अपने निजी खातों में ट्रांसफर कर लिया।
मेरठ के ऋषभ एकेडमी से जुड़े 59 लाख रुपए के फीस घोटाले में पुलिस ने मुख्य आरोपी पूर्व प्रबंधक रंजीत जैन को बंगलुरू से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उसे फ्लाइट से लेकर दिल्ली आ रही है। आज शाम 4 बजे तक आरोपी को मेरठ कोर्ट में पेश किया का सकता है।