सिकंदरा स्थित दरगाह पर निशान चढ़ाने से रोकने पर बवाल हो गया। भड़के श्रद्धालुओं ने पुलिस पर हमला बोल दिया। ईंट-पत्थर और लाठी-डंडे चलाने शुरू कर दिए। घटना में सिकंदरा चौकी इंचार्ज समेत कुल पांच पुलिसकर्मी जख्मी हो गए। उन्हें नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां से तीन को हालत गंभीर देख जिला अस्पाल रेफर कर दिया गया। मामले में कुल तीन मुकदमे दर्ज किए गए हैं। साथ ही तीन लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
सरायममरेज क्षेत्र से कुछ लोग रविवार को सिंकदरा स्थित गाजी मियां की दरगाह पर निशान चढ़ाने आए थे। जानकारी दरगाह के पास तैनात पुलिसकर्मियों को मिली तो उन्होंने वीकेंड लॉकडाउन का हवाला देते हुए उन्हें रोकने की कोशिश की। इसी बात को लेकर पुलिस और निशान चढ़ाने आए लोगों के बीच नोंकझोक शुरू हुई और फिर पुलिस पर हमला बोल दिया गया। श्रद्धाुलओं ने ईंट पत्थर और लाडी डंडे से पुलिसकर्मियों को पीटना शुरू कर दिया। स्थानीय लोगों ने बीचबचाव किया तो उन्हें भी पीटा गया। मार पीट से रौजे में भगदड़ मच गई। सूचना होने पर थाने की भी पुलिस पहुंची और उपद्रवी को खदेड़ा।
हमले में चौकी इंचार्ज सिकंदरा शुभनाथ साहनी, हेड कांस्टेबल अमरनाथ, सिपाही चंद्रवीर, नंद लाल, सुमन यादव जख्मी हो गए। जिसमें गंभीर चोट होने पर सिपाही चंद्रवीर, नंदलाल और सुमन यादव को जिला अस्पताल रेफर किया गया है। मौके से सरायममरेज थाना क्षेत्र के गोपालीपुर निवासी चंद्रशेखर, अभिजीत और सुशीला देवी को गिरफ्तार किया गया। जानकारी पर एसपी गंगापार भी पहुंचे। उन्होंने बताया कि मामले में चौकी इंचार्ज सिकंदरा, दरगाह के खादिम और ग्रामीणाें की तहरीर पर तीन मुकदमे दर्ज किए गए हैं। पुलिस की ओर से दर्ज मुकदमे में आठ नामजद व अन्य अज्ञात को आरोपी बनाया गया है। वीडियो फुटेज के जरिए अज्ञात आरोपियों को चिह्नित किया जा रहा है।
दरोगा पर तमाचा मारने का आरोप
पुलिस का कहना है कि मारपीट निशान चढ़ाने आए लोगों ने शुरू की। उधर दूसरे पक्ष का आरोप था कि चौकी इंचार्ज सिंकदरा ने पहले उनके पक्ष के युवक को तमाचा मारा। जिस पर लोग आक्रोशित हो उठे। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि स्थानीय लोग बचाव में न आते तो हालात और बिगड़ सकते थे।
बीच बचाच करने आए खादिम को भी किया जख्मी
पुलिस को पीटता देख दरगाह की देखरेख करने वाले खादिम मो. यूसूफ उर्फ छोटे करने के लिए आगे आया तो उपद्रवी ने उसको भी पीट दिया और उसके सिर में गंभीर चोट आ गई।