लखनऊ। एक युवक ने हिंदू बनकर युवती को प्रेम जाल में फंसाया। उस पर रौब जमाने के लिए खुद को क्राइम ब्रांच का इंस्पेक्टर बताया। युवती को शादी का झांसा देकर संबंध बनाए। इस दौरान वीडियो भी बना लिया और उसे वायरल करने की धमकी दी। फिर दबाव बनाकर युवती का धर्म परिवर्तन कराकर निकाह कर लिया। वहीं जब युवती को पता चला कि जिससे उसने निकाह किया है, उसकी पहले से ही तीन पत्नियां और सात बच्चे हैं तो पीड़िता के होश उड़ गए। युवती ने इंदिरानगर थाने में शनिवार रात मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने आरोपी की तलाश में दबिश दी। रविवार सुबह आरोपी आबिद हावरी उर्फ आदित्य सिंह को गिरफ्तार कर लिया गया।
प्रभारी निरीक्षक इंदिरानगर अजय प्रकाश त्रिपाठी के मुताबिक, आरोपी आबिद हावरी उर्फ आदित्य सिंह की युवती से पहली मुलाकात 2015 में हुई थी। आबिद युवती के घर किराए पर कमरा लेने गया था। वहां कमरा लेने के लिए उसने अपना नाम आदित्य प्रताप सिंह बताया था। उसी समय युवती का मोबाइल नंबर भी ले लिया था। इसके बाद बातचीत शुरू की। युवती को अपने प्रेम जाल में फंसाया। पुलिस के मुताबिक, आबिद मूलरूप से आजमगढ़ के बखरा फूलपुर का रहने वाला है। लखनऊ में वह सुशांत गोल्फ सिटी के क्रिस्टल पैराडाइज के ई-ब्लॉक में रहता था।
पुलिस से संबंधित रखे थे फर्जी दस्तावेज
सुशांत गोल्फ सिटी वाले फ्लैट में उसने अपना कार्यालय खोल रखा था। पुलिस के मुताबिक, वहां कई असलहे भी रखे हैं। कई फाइलों में पुलिस से संबंधित फर्जी दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। यही दस्तावेज देखकर युवती को उस पर विश्वास हो गया। युवती को आबिद वहां कई बार लेकर गया था जहां उसके साथ दुष्कर्म किया। इस दौरान युवती के अश्लील वीडियो बनाकर उन्हें वायरल करने की धमकी दी। इसके बाद आरोपी ने 12 मई 2016 को जबरन डरा-धमकाकर युवती के घर में ही उससे निकाह किया। पीड़िता ने बताया कि शादी के बाद आबिद उसे अपने घर ले गया। वहां पर उसका नाम बदलकर आयशा रखा और आयशा के नाम से ही मतदाता पहचान पत्र और आधार कार्ड बनवाया। आबिद वहां उसे आए दिन प्रताड़ित करता था। इस दौरान पता चला कि वह पहले से ही तीन शादियां कर चुका है जिनसे उसके सात बच्चे हैं।
बाराबंकी, हैदरगढ़ और सुल्तानपुर में बताता था पोस्टिंग
पीड़िता के मुताबिक, आबिद अपनी गाड़ी में पुलिस का लोगो लगाकर उसके घर आता था। वर्दी कभी नहीं पहनकर आया। वह वर्दी में सिर्फ फोटो दिखाता था। पूछने पर बोलता था कि क्राइम ब्रांच वाले वर्दी में नहीं रहते हैं। उसने अपनी पोस्टिंग बाराबंकी क्राइम ब्रांच, हैदरगढ़, सुल्तानपुर में बताई थी। पीड़िता ने बताया कि आबिद अपने गांव बखरा से पंचायत चुनाव भी लड़ चुका है।
महिला से ऐंठे थे 20 लाख रुपये
प्रभारी निरीक्षक अजय प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि युवती ने आरोप लगाया है कि आबिद ने पीड़िता को ब्लैकमेल कर कई बार में 20 लाख रुपये वसूल लिए थे। युवती एक बुटिक संचालित करती है। उसका मकान भी किराए पर उठा है जिससे उसकी आय का साधन है। युवती की वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर रकम वसूलता था। आबिद ने कहा था कि उसकी पत्नी की मौत हो चुकी है। उसका एक छोटा बच्चा है जिसकी देखभाल के लिए उससे शादी करना चाहता था। पहले हिंदू धर्म के अनुसार शादी की। इसके बाद जब पीड़िता को मुस्लिम होने की जानकारी हुई तो उसने जबरदस्ती धर्म बदलवाकर नाम आयशा करवा दिया। आबिद ने भी दो पहचान पत्र बनवाए हैं। एक आदित्य प्रताप सिंह और दूसरा आबिद हावरी के नाम से।
एक और युवती को लव जिहाद में फंसाया था
पीड़िता ने बताया कि बीते साल आबिद ने अर्जुनगंज के सरसवां में रहने वाली एक युवती को भी अपने प्रेम जाल में फंसा लिया था। उससे भी उसे भी अपना नाम इंस्पेक्टर आदित्य प्रताप सिंह बताया था। उसके साथ भी उसने ओरक्षा में एक बड़े मैरिज लॉन में शादी की थी। पीड़िता ने बताया कि शनिवार को उसने इंदिरानगर कोतवाली में आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इंस्पेक्टर इंदिरानगर अजय त्रिपाठी ने बताया कि रविवार दोपहर आरोपित आबिद को क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पास से मिले दस्तावेजों की जांच की जा रही है।