पत्नी और दोनों बच्चों की मौत, युवक गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती
पंजाब से मजदूरी करके लौटा बुधई, पत्नी नन्ही से अपने घर चलने को कह रहा था
धौरहरा (लखीमपुर खीरी)। थाना ईसानगर क्षेत्र के बिरसिंहपुर गांव में मंगलवार की शाम पति-पत्नी के बीच घर चलने को लेकर हुए विवाद के बाद युवक ने पत्नी और दो बच्चों को कीटनाशक पिलाकर खुद भी पी लिया। कीटनाशक पीने से जहां पत्नी और दोनों बच्चों की मौत हो गई, वहीं आरोपी युवक जिला अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा है। सूचना पाकर डीएम और एसपी ने भी घटनास्थल का मुआयना कर मृतक के परिजन को ढांढस बंधाया।
ईसानगर थाना क्षेत्र के बिरसिंहपुर निवासी संतू ने बताया कि उन्होंने अपनी पुत्री नन्हीं (30) की शादी छह वर्ष पूर्व बुधई पुत्र सोहन निवासी पृथ्वीपुरवा थाना मोतीपुर बहराइच के साथ की थी। बुधई बाहर रहकर मजदूरी करता था। मंगलवार को ही वह पंजाब से मजदूरी करके ससुराल आया था। बुधई पत्नी नन्ही से अपने घर पृथ्वीपुरवा चलने को कह रहा था।
संतू ने बताया कि मंगलवार को वह अपने ससुर की मौत होने पर पत्नी शांति के साथ अपनी ससुराल मिलिक गए थे। बताया कि पति की जिद पर पुत्री नन्हीं उसके घर पहुंचने पर ही ससुराल जाने की बात कह रही थी। इसी बात को लेकर दोनों में विवाद हुआ। मंगलवार शाम को बुधई ने बाजार से कीटनाशक लाकर पहले अपने दोनों बच्चों, कुलदीप (3) और संदीप (एक) और पत्नी नन्हीं को पिला दिया। इसके बाद खुद भी कीटनाशक पी लिया। जहर पीने से उसकी पत्नी नन्ही व दोनों बच्चों की मौत हो गई। बुधवार की सुबह देर तक जब नन्हीं सोकर नहीं उठी तो पड़ोस की एक महिला उसे जगाने पहुंची तो उसने तीनों को वहां मृत पड़े हुए देखा।
घटना की सूचना सुबह मृतका के माता-पिता को हुई तो उन्होंने पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंचे प्रभारी निरीक्षक संजय त्यागी ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं बुधई को इलाज के लिए पीएचसी ईसानगर भेजा गया, जहां से उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
घटना की सूचना पाकर डीएम शैलेंद्र सिंह व एसपी विजय ढुल ने पहुंचकर मौका मुआयना किया। डीएम ने तहसीलदार से मृतका के पिता संतू को पट्टा व आवास दिलाने के लिए निर्देशित किया है, जबकि एसपी विजय ढुल ने बताया कि जांच की जा रही है। आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
पहली पत्नी की हो चुकी थी मौत, दूसरी को भी मार डाला
धौरहरा (लखीमपुर खीरी)। ईसानगर थाना क्षेत्र के बिरसिंहपुर गांव में बच्चों समेत अपनी पत्नी को जहर देकर मारने वाला आरोपी युवक बुधई अस्पताल में भले ही जिंदगी और मौत के बीच झूल रहा हो, लेकिन उसके जीवन में जिंदगी का कोई मोल नहीं था। गांव में चर्चा है कि बुधई की यह दूसरी शादी थी, लेकिन दूसरी पत्नी के जीवन का भी उसने मोल नहीं जाना। अपनी जिद में आकर मासूम बच्चों तक को जहर देकर तड़पा तड़पाकर मार डाला।
गांव वालों के मुताबिक, बुधई पुत्र सोहन की एक शादी सम्मनपुरवा रामपुर थाना बेहड़ा से भी हो चुकी थी। पहली पत्नी की मौत के बाद छह साल पहले बुधई ने बिरसिंहपुर की नन्हीं से दूसरी शादी की थी।
मृतक नन्ही के पिता संतू का यही कहना है कि नन्हीं अपना मायका छोड़ते वक्त माता-पिता को देख लेना चाहती थी, लेकिन जब वह अपनी ससुराल से लौटे तो उन्होंने अपनी बेटी और दो धेवतों को खो दिया। नन्हीं की बुजुर्ग मां और पिता का रो-रोकर बुरा हाल है।
मृतका की मां शांति देवी का कहना है कि एक तरफ उसके पिता की मौत और दूसरी तरफ पुत्री और दो धेवतों की, यह सदमा उनसे बर्दाश्त नहीं हो रहा। मृतका की मां रोते रोते गश खाकर गिर जाती है।
मंगलवार को ही पंजाब से कमाकर गांव आया था बुधई
मंगलवार को ही पंजाब से वह कमाई करके अपनी ससुराल पहुंचा था और पत्नी नन्ही से अपने गांव चलने की जिद कर रहा था। इसी बात को लेकर दोनों में हुए विवाद के बाद उसने पत्नी समेत दोनों बच्चों को जहर पिला दिया, जिससे तीनों की मौत हो गई। आसपास के ग्रामीण बताते हैं कि बुधई जब भी बाहर काम करने जाता था तो अपने बच्चों व पत्नी को अपनी ससुराल बिरसिंहपुर छोड़ जाता था।
छप्परनुमा घर में रहता है संतू
धौरहरा। बिरसिंहपुर निवासी संतू के तीन लड़कियां व चार लड़के हैं। तीनों लड़कियों की शादी हो चुकी है। नन्हीं सबसे बड़ी थी। संतू के चार बच्चे, पंकज (14), नीरज (12), राहुल (9) और रवि (6) हैं। संतू के पास एक बिस्वा जमीन भी नहीं है। किसी तरह वह मजदूरी करके अपना परिवार का भरण पोषण कर रहा था। संतू का घर छप्पर का बना है। उसे आवास योजना का का भी लाभ नहीं मिला है। मौके पर पहुंचे डीएम ने मृतका के पिता संतू को आवास और पट्टा दिलवाने के लिए तहसीलदार को निर्देशित किया है। संवाद