यास चक्रवात को लेकर कोलकाता और भुवनेश्वर की उड़ानें बुधवार को निरस्त रही। इस दौरान उड़ान निरस्त की जानकारी यात्रियों के मोबाइल पर पहले से ही दे गई थी। बावजूद पहुंचे कुछ यात्रियों को लालबहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर परेशानियों का सामना करना पड़ा। एयरपोर्ट से भुवनेश्वर के लिए गोयरवेज की उड़ानें निरस्त रही।
एयरपोर्ट अधिकारियों के अनुसार बंगाल के तटीय में यास चक्रवाती तूफान की सक्रियता तीव्र हो जाने की वजह से रविवार सुबह 7.30 बजे से कोलकाता हवाई अड्डे को सुरक्षा के दृष्टिगत देर शाम 7.45 बजे तक बंद कर दिया गया। ऐसी स्थिति में वाराणसी से कोलकाता को उड़ान भरने वाले विमानों को अगले आदेश तक निरस्त कर दिया गया।
चक्रवाती तूफान को देखते हुए भुवनेश्वर जाने वाले सभी विमानों को भी निरस्त कर दिया गया। संबंधित एयलाइंस अधिकारियों के अनुसार विमान निरस्त होने की सूचना विमान यात्रियों को पहले ही मैसेज व ईमेल के जरिए दे दिया गया। बाबतपुर हवाई अड्डे को भी तूफान को देखते हुए हाई अलर्ट किया गया है।
अन्य शहरों के लिए भी निरस्त रहे उड़ान
वाराणसी-मुंबई स्पाइसजेट विमान सख्या एसजी202, वाराणसी-दिल्ली एसजी 3756, वाराणसी-मुंबई एसजी 247, वाराणसी-गुवाहाटी एसजी 3791, वाराणसी-अहमदाबाद एसजी 2972, वाराणसी-बंगलूरू गो एयरवेज विमान संख्या जी-8 404, वाराणसी-लखनऊ जी8- 403, वाराणसी-अहमदाबाद जी-8, व वाराणसी-दिल्ली जी-8 -183 विमान ऑपरेशनल कारणों से निरस्त रहा।
मौसम का बदला मिजाज
बंगाल की खाड़ी से उठने वाले चक्रवाती तूफान यास का असर मंगलवार से ही दिखने लगा। दिन में बादलों की आवाजाही जारी रहने के साथ ही नम हवा भी चलती रही। इधर शाम को हवा की रफ्तार भी थोड़ी तेज रही और आसमान में बादल भी छाने लगे। मौसम वैज्ञानिक के मुताबिक यास के असर से 27 और 28 मई को वाराणसी समेत पूर्वांचल के कई जिलों में तेज हवा के साथ झमाझम बारिश होने के आसार हैं।