भोपाल:कहते हैं किताबें इंसान की सबसे अच्छी दोस्त होती हैं। बच्चों की किताबों से दोस्ती कराने की पहल शहर के कुछ युवाओं ने की है। इंसानी बिरदारी ऑर्गनाइजेशन (आइबीओ) की ओर से गरीब परिवार के बच्चों को ईद के उपहार के रूप में कॉमिक्स,कहानिओं और सामान्य ज्ञान की किताबें भेंट दी जा रही हैं, ताकि बच्चे लॉकडाउन के मानसिक दबाव से निकाल सकें। यह पहल 20 मई तक चलेगी। करीब 15 सौ किताबें बांटी जा चुकी हैं। जिन बच्चों ने किताबें पढ़ ली हैं, उनसे कहा गया है कि वे इन्हें दूसरे बच्चों को भी दे दें। कुछ सहयोगी संस्थाओं और आम लोगों ने पुरानी किताबें उपलब्ध कराई हैं। इस काम में आइबीओ के 50 (वालेंटियर) स्वयं सेवक लगे हैं। कोई भी व्यक्ति अपनी पुरानी किताबें वालेंटियर को दे सकता है।
आइबीओ के सदस्य आबिद मोहम्मद खान ने बताया कि कोरोना संक्रमण के चलते एक साल से स्कूल बंद हैं। लॉकडाउन में घर से बाहर निकलने और दोस्तों से मिलने की भी मनाही है। बच्चे घर में बैठे-बैठे बोर हो रहे हैं। कोरोना काल की नाकारात्मकता दूर करने के लिए सप्ताह भर का यह अभियान शुरू किया जा रहा है। गुरुवार को इसका अंतिम दिन है। उन्होंने बताया कि ईद पर उपहार देने की परंप्ारा रही है। हमने सोचा कि ईदी के रूप में किताबें दी जाएं, तो बच्चों में पढ़ने की आदत विकसित होगी। इसमें नर्सरी से लेकर कक्षा 12वीं तक के बच्चों के पढ़ने लायक किताबें शामिल हैं। वालेंटियर गरीब बस्तियों में घर-घर जाकर किताबें दें रहे हैं।
इन इलाकों में बांटी किताबें: शहर की निजामुद्दीन कॉलोनी, भेल, करोंद, बुधवारा, मदर इंडिया कॉलोनी, हसनत नगर, अटल नगर, बाणगंगा, सोनिया गांधी कॉलोनी, गांधी नगर, अब्बास नगर, प्रताप नगर, अन्न्ा नगर आदि बस्तियों में किताबें बांटी जा चुकी हैं। उन्होंने बताया कि किताबों की मांग ज्यादा होने से हमारे पास किताबें खत्म हो गई थीं। हमने इंटरनेट मीडिया और निजी संपर्कों के माध्यम से लोगों से पुरानी किताबें दान करने की अपील की।
परखा जाएगा बच्चों का ज्ञान: उन्होंने बताया कि बच्चे जब किताबें पढ़ लेंगे तो उन्हें बस्ती में ही एक स्थान पर एकात्रित कर छोटी लाइब्रेरी बनाने की योजना है, जहां और किताबों की व्यवस्था की जाएगी। आबिद ने बताया कि एक सप्ताह बाद हमारे वालेंटियर घर-घर जाकर पता करेंगे कि बच्चों ने किताबें पढ़ी हैं या नहीं। इसके बाद किताबों से जुड़े विषयों पर आधारित प्रतियोगिता का आयोजन कर बच्चों का ज्ञान भी परखा जाएगा।