वाराणसी में कोरोना टीकाकरण को लेकर सोमवार को केंद्रों की संख्या तो बढ़ा दी गई लेकिन कई केंद्रों पर टीके का इंतजार होता रहा। अधिकांश केंद्रों पर वैक्सीन देर से पहुंचने पर लोगों ने हंगामा भी किया। इस कारण मामला शांत कराने पुलिस को पहुंचना पड़ा।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से शुरुआती दिनों में जहां शहरी और ग्रामीण इलाकों में 75 केंद्रों पर टीकाकरण की व्यवस्था की गई थी, वहीं सोमवार को संख्या बढ़ाकर 92 कर दी गई। इसमें 18 से 44 साल वालों के लिए 18 की जगह अब 26 केंद्र हो गए हैं जबकि 45 साल से अधिक के लोगों के लिए 57 से बढ़ाकर संख्या 66 कर दी गई।
सोमवार को लोग केंद्रों पर समय से पहुंच गए लेकिन वैक्सीन के लिए इंतजार करना पड़ा। कुछ केंद्रों पर सुबह 11 तो कहीं दोपहर 12 बजे तक वैक्सीन नहीं पहुंच पाई। इस वजह से लोगों को परेशानी झेलनी पड़ी। सोमवार को राजातालाब के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जखिनी में 230, रोहनिया में 240 और पीएचसी चिरईगांव पर 271 लोगों को टीका लगाया गया।
रमना में दोपहर बाद शुरू हुआ टीकाकरण
काशी विद्यापीठ विकास खंड के रमना गांव स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लोग सुबह 9 बजे ही आ गए। टीका लगाने वाली एएनएम भी सुबह 10 बजे पहुंच गई, लेकिन स्वास्थ्य विभाग से टीका लेकर कर्मचारी दोपहर 12 बजे पहुंचा।
इसको लेकर लोगों की कर्मचारियों से नोकझोंक हुई। टीका देर से पहुंचने के कारण दोपहर 12 बजकर 39 मिनट तक महज 5 लोगों को लग पाया। रमना प्रधान अमित पटेल ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र 10 बजे खुलता है और 2 बजे बंद हो जाता है।
केंद्रों पर टीकाकरण के लिए लगी रही लंबी कतार
मोबाइल पर ऑनलाइन पंजीकरण कराने के बाद लोग सुबह ही सुबह 9 बजे ही केंद्रों पर पहुंच गए थे। समय से टीका न लगने की वजह से कई केंद्रों पर लोगों की लंबी कतार लगी रही। महिला अस्पताल कबीरचौरा में केंद्र के हाल के बाहर तक कतार लगी रही, जबकि एनडीआरएफ हॉस्पिटल चौकाघाट पर टीकाकरण के लिए बाहर सड़क तक लोग लाइन में लगे रहे। राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज चौकाघाट, सीएचसी दुर्गा कुंड सहित अन्य केंद्रों पर भी लोगों की लाइन लगी रही।
सारनाथ के पतेरवां स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर दूसरी डोज न लगने से नाराज लोगों ने हंगामा किया। सूचना पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने समझा-बुझाकर टीकाकरण शुरू करवाया। चिकित्सक डॉ. अभिमन्यु ने बताया कि नियमानुसार दूसरी डोज अब पहली डोज लगने के 12 से 16 सप्ताह बाद लगनी है।