Corona Vaccination in Raipur: राजधानी के टीकाकरण केंद्रों में भीड़ और अव्यवस्था लगातार नज़र आ रही है। स्थिति यह है कि कई हितग्राहियों को सुबह जल्दी लाइन में लगने के बाद भी टोकन नहीं मिल पा रहा है। वहीं, इसके चलते कोरोना संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया है।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक आनलाइन पंजीयन के लिए पोर्टल पर काम तो कर रहा है। लेकिन इसमें समय लगने वाला है। अधिकारियों का कहना है कि 18 से 44 आयु वर्ग के हितग्राहियों की संख्या अधिक होने की वजह से यह समस्या आ रही है। आनलाइन पंजीयन की प्रक्रिया शुरू होने से भीड़ में कमी आएगी। इधर पंडित दीनदयाल आडिटोरियम में टीका लगाने गए एनआइटी के प्रोफेसरों को फ्रंट लाइन वर्कर में नाम न होने की बात कहकर उन्हें लौटा दिया गया।
केंद्र में कहा गया कि राज्य सरकार ने सरकारी कर्मचारियों को ही फ्रंट लाइन वर्कर्स माना गया है। इसके चलते एनआइटी रायपुर से कई प्रोफेसरों को वापस लौटना पड़ा है। एनआइटी के प्रोफेसर सुबह आठ बजे से केंद्र टिक लगाने पहुंच गए थे। पंजीयन के दौरान उनके आइडी कार्ड देखकर फ्रंट लाइन वर्कर न होने की बात कही गई। इसके अलावा जिनके आधार कार्ड में पता किसी दूसरे जगह का है। उसे भी वापस लौटाया गया है।
राज्य सरकार ने इन्हें माना है फ्रंट लाइन वर्कर
जानकारी के मुताबिक राज्य के सरकारी कर्मचारी, गांव के कोटवार, पंचायत सचिव, मितानिन, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, पीडीएस दुकान प्रबंधक और विक्रेता, पत्रकार, वकील, भोजन प्रदाय करने वाले, सब्जी विक्रेता, महिला और बाल केंद्रों में देखभाल करने वाले कर्मी, श्मशान और कब्रिस्तान में कार्य करने वाले, कलेक्टर द्वारा कोरोना ड्यूटी लगाए गए व्यक्ति, विशेष बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों को शासन ने फ्रंट लाइन वर्कर माना है।
अव्यवस्था को देख दौरे पर निकले कलेक्टर
टीकाकरण केंद्रों में समस्या को देखते हुए कलेक्टर डा. एस भारतीदासन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डा. गौरव कुमार सिंह, सीएमएचओ डा. मीरा ने आज तिल्दा और खरोरा के वैक्सीनेशन सेंटर निरीक्षण किया। लोगों ने अधिकारियों को बताया कि घंटो लाइन में लगने पर भी टीका नहीं लग रहा। कुछ तो ऐसे थे, जिन्हें तीन-चार दिनों से चक्कर काटना पड़ रहा है। कलेक्टर ने संबंधित अधिकारी कर्मचारियों को टीकाकरण के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए।
प्राइवेट में टीका नहीं तो सरकारी केंद्रों में निश्शुल्क लगवाएं
अधिकारियों ने बताया कि प्राइवेट अस्पतालों को सरकार टीका नहीं उपलब्ध करा रही। उन्हें सीधे कंपनी से टीका खरीदने के निर्देश दिये गए हैं। वहीं कंपनी से टीका खरीदने पर कंपनी द्वारा सरकारी डिमांड होने की वजह से आपूर्ति ना कर पाने की बात कही गई है। इधर, जिन्होंने प्राइवेट अस्पतालों में पहला डोज लगवाया है। दूसरा डोज वहां उपलब्ध न होने की स्थिति में सरकारी केंद्र में जाकर निश्शुल्क टीका लगवाने के लिए कहा गया है।
टीकाकरण के लिए आनलाइन पंजीयन कराने पोर्टल तैयार हो रहा
‘टीकाकरण के लिए आनलाइन पंजीयन कराने पोर्टल तैयार हो रहा है। बहुत जल्द इस व्यवस्था को शुरू करेंगे। इससे भीड़ निश्चित ही काम होगी। आफलाइन पंजीयन की व्यवस्था भी शुरू रहेगी, जो जैसा पंजीयन करना चाहें कर सकेंगे।’