वाराणसी में कोरोना संक्रमण काल में हो रही मौत के बाद दाह संस्कार की परेशानियों को देखते हुए नया शवदाह गृह खोलने की तैयारी की जा रही है। लकड़ी आधारित आधुनिक शवदाह को खोलने की पहल शुरू हो गई है।
वाराणसी में गंगा किनारे शवदाह निर्माण के लिए गोरखपुर की संस्था आगे आई है। संस्था ने नगर निगम के अधिकारियों को लकड़ी आधारित शवदाहगृह खोलने का प्रस्ताव देते हुए घाट किनारे जमीन मांगी है। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने भी लकड़ी आधारित शवदाहगृह के लिए नगर नगर निगम को पत्र भेजा है। डीएम के पत्र के बाद नगर आयुक्त गौरांग राठी ने गंगा घाट किनारे जमीन की तलाश के लिए एक्सीएन अजय राम को लगा दिया है।
हालांकि एक मई को जारी हुए पत्र के बाद अभी तक नगर निगम कोई स्थान चिह्नित नहीं कर सका है। संभावना है कि मणिकर्णिका घाट पर ही इस लकड़ी आधारित शवदाह गृह को लगाया जाएगा। नगर निगम के सूत्रों का कहना है कि रविदास घाट, सामने घाट व राजघाट पर भी इस लकड़ी आधारित शवदाह गृह को स्थापित किया जा सकता है। पश्चित बंगाल के कोलकाता की हिंदुस्तान चैरिटी के मुख्य ट्रस्टी कृष्ण कुमार काबरा ने शवदाह गृह के लिए लगने वाले खर्च को वहन करने का प्रस्ताव नगर निगम को दिया है।