यूपी में पहली डोज के लिए 45 वर्ष से ज्यादा आयु वालों को पहली डोज 10 मई से ऑन द स्पॉट नहीं लग सकेगी। इसके लिए पहले से पंजीकृत लोग ही टीकाकरण करवा सकेंगे। इसे अग्रिम आदेशों तक स्थगित कर दिया गया है। वहीं दूसरी डोज के लिए पूर्ववत व्यवस्था रहेगी। राज्य सरकार 18 से 45 वर्ष तक के लोगों का टीकाकरण भी बिना पंजीकरण के नहीं कर रही है। अब 45 वर्ष से ज्यादा आयुवालों के लिए भी यही व्यवस्था कर दी गई है। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने आदेश जारी कर दिया है।
लखनऊ में रिकॉर्ड एक दिन में 65 लोगों की मौत
यूपी में पिछले 24 घंटों में कोरोना के 26,780 संक्रमित मिले हैं, जबकि ठीक होने के बाद 28,902 लोग डिस्चार्ज होने के बाद घर भेजे गए। इस बीच लखनऊ में कोरोना संक्रमितों की संख्या तो कम हुई है लेकिन कोरोना के कारण गुरुवार को 65 लोगों की जान चली गई। इन मरीजों ने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ा। संक्रमण के कारण एक दिन में हुई मौतों की यह अब तक की सर्वाधिक संख्या है। राजधानी में पिछले 24 घंटों में 1865 मामले आए हैं और 3755 डिस्चार्ज हुए हैं। राजधानी के अस्पतालों में अब भी 500 से ज्यादा मरीज बेहद नाजुक हालत में भर्ती हैं। इनमें 95 फीसदी मरीज वेंटिलेटर पर हैं। बाकी पांच प्रतिशत मरीजों को हाई फ्लो कैनुअल से ऑक्सीजन दी जा रही है। 3000 से ज्यादा मरीज ऑक्सीजन सपोर्ट पर हैं। डॉक्टरों का कहना है कि गंभीर मरीजों को सही समय पर अस्पताल में भर्ती न मिलने से हालात बेकाबू हो रहे हैं। डॉक्टरों के मुताबिक मरीज की जिंदगी के लिए शुरुआत चार से पांच दिन बहुत अहम हैं।
गुरुवार को यूपी में कोरोना संक्रमण से 353 लोगों की मौत हुई है। आंकड़ों के मुताबिक पश्चिमी यूपी में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। इस बीच, राज्य सरकार ने प्रदेश में कोरोना संक्रमितों की पहचान के लिए जांच बढ़ा दी है। पिछले 24 घंटों में 2.25 लाख से अधिक जांचें की गईं। इसमें से 1.12 लाख आरटीपीसीआर के माध्यम से किए गए। लखनऊ, वाराणसी, कानपुर नगर, प्रयागराज में कोरोना मरीजों की संख्या में लगातार कमी आ रही है। ये वे शहर हैं जहां एक सप्ताह पहले कोरोना तेजी से अपने पैर पसार रहा था लेकिन सरकार की कोरोना प्रबंधन को लेकर सक्रियता से संक्रमण की रफ्तार धीमी पड़ी है
महाराष्ट्र-दिल्ली से कम
आबादी के हिसाब से देश में यूपी अव्वल है। महाराष्ट्र व दिल्ली की आबादी यूपी से काफी कम है लेकिन इसके बाद भी महाराष्ट्र व दिल्ली में कोरोना संक्रमण के मामले कम होने का नाम नहीं ले रहे है जबकि आबादी में दोगुना अधिक होने के बावजूद यूपी में कोरोना की दूसरी लहर पर काबू पाने में सफलता मिल रही है। राहत की बात यह है कि यह कामयाबी बिना सम्पूर्ण लाक डाउन के केवल आंशिक कोरोना कर्फ़्यू से मिल रही है।