राजधानी पटना के धनरूआ प्रखंड की छाती पंचायत स्थित रसलपुर गांव का एक 40 वर्षीय युवक शिवलाल प्रसाद का पुत्र चन्द्रशेखर प्रसाद की बुधवार की सुबह कोरोना से मौत हो गयी। वह बीते एक सप्ताह से कोरोना से पीड़ित था। घर पर ही रहकर उपचार करा रहा था। तभी उनके सांस लेने में दिक्कत आने लगी और अचानक मौत हो गई।
इधर, उसकी मौत की खबर जैसे गांव में फैली वैस ही दहशत का माहौल हो गया। लोग घरों में कैद हो गये। उसके घर वाले समेत आसपास के लोग शव से दूरी क्या बना ली, उसके घर तक नहीं गये। मृतक को पत्नी सोनम देवी व दो छोटे-छोटे बच्चे मृतक के पास बैठ चित्कार मार रहे थे। उनके चित्कार से भी किसी के दिल नहीं पसीजा। मृतक के अपने सात भाई समेत गोतिया व आसपास के लोग वहां नही पहुंचे। सरकार के इस घोषणा में कहा गया है कि कोरोना से मौत होने पर उसका दाह संस्कार सरकार करायेगी। इसी की दुहाई दे रहे थे। स्थानीय प्रशासन के साथ-साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों तक उनके द्वारा इसकी सूचना दी गयी। बावजूद कहीं से भी उन्हे कोई सकारात्मक जवाब नहीं मिला।
इसी बीच इसकी सूचना जिला परिषद सदस्य उर्मिला देवी को हुई। उन्होने फौरन अपने पति धन्नी यादव के अलावा संजय यादव समेत अन्य लोगों को लेकर वहां पहुंच गयी। इस संबंध में उनके पति धन्नी यादव उपविकास आयुक्त पटना से भी बात की। इधर इस क्रम में शव मृतक के दरवाजे पर सात घंटे तक इसी तरह पड़ा रहा। बाद में उर्मिला देवी ने कही से पीपीकिट की व्यवस्था करायी। इसके बाद मृतक के भाईयों ने शव को पटना गुलबी घाट ले गए। जेएसएस राकेश कुमार की उपस्थिति में दाह संस्कार कर दिया गया।