पंजाब के जालंधन में शादी की पार्टी में ज्यादा लोगों के जुटने पर दूल्हे को ही गिरफ्तार किए जाने का मामला सामने आया है। पुलिस का आरोप है कि रिसेप्शन पार्टी में कोविड-19 के प्रोटोकॉल का उल्लंघन किया गया है। इस आयोजन में 100 लोगों से ज्यादा की भीड़ जुट गई थी, जिसके चलते पुलिस ने एक्शन लिया है। जालंधर के एक मंदिर में आयोजित रिसेप्शन पार्टी में पुलिस ने 100 लोगों से ज्यादा की भीड़ पाए जाने पर दूल्हे और उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया। दूल्हे और उसके पिता को पुलिस ने रिसेप्शन पार्टी से ही हिरासत में लिया, जबकि पुलिस को देखते ही कई मेहमान भाग खड़े हुए।
जालंधन के डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि रिसेप्शन पार्टी में कर्फ्यू के नियमों का उल्लंघन करने पर गिरफ्तारी की गई है। उन्होंने कहा कि रिसेप्शन पार्टी के लिए प्रशासन से कोई परमिशन नहीं ली गई थी। पंजाब सरकार के आदेशों के मुताबिक किसी भी शादी समारोह में 20 लोगों से ज्यादा का एकत्रीकरण है। दूल्हे और उसके पिता के खिलाफ आदेश का उल्लंघन करने पर एफआईआर भी दर्ज की गई है। दोनों पर आईपीसी की धारा 188 के तहत केस फाइल किया गया है। हालांकि दूल्हे ने पुलिस से पूछताछ में कहा कि उसे भी पता नहीं है कि रिसेप्शन पार्टी में इतने ज्यादा लोग कहां से आए।
पुलिस ने कहा, ‘दूल्हे ने कहा कि उसे नहीं पता कि आखिर इतनी बड़ी संख्या में लोग कहां से आ गए।’ कोरोना के बढ़ते केसों के चलते बीते सप्ताह पंजाब सरकार ने नियमों को और सख्त कर दिया है। इसके अलावा नाइट कर्फ्यू के समय में भी एक घंटे का इजाफा किया गया है। यही नहीं बार, सिनेमा हॉल, जिम, स्पा, कोचिंग सेंटर और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स आदि को भी 30 अप्रैल तक के लिए बंद कर दिया गया है। शादी से लेकर अंतिम संस्कार तक में 20 से ज्यादा लोगों को जुटने की अनुमति नहीं है। यही नहीं अंतिम संस्कार को छोड़कर किसी अन्य कार्यक्रम में 10 से ज्यादा लोगों के जुटान के लिए जिला प्रशासन की अनुमति की आवश्यकता होगी।