बिहार सरकार ने 18 अप्रैल को ही कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर की भयावहता को देखते हुए राज्य के सभी स्कूल, कॉलेज, कोचिंग और अन्य शिक्षण संस्थानों को 15 मई तक के लिए बंद कर दिया है। इस आदेश को पांच दिन बाद स्पष्ट करते हुए शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार ने गुरुवार को सभी जिलाधिकारियों व जिलाशिक्षा पदाधिकारियों को आदेश जारी किया है। इसके मुताबिक स्कूल, कॉलेज तो बंद रहेंगे लेकिन शिक्षक और प्राचार्य आते रहेंगे।
गौरतलब है कि इससे पूर्व अपर मुख्य सचिव ने 18 अप्रैल तक की स्कूलबंदी के लिए आदेश निर्गत किया था। आगे के लिए कोई पत्र नहीं जारी होने से कई जिलों में शिक्षकों के बीच ऊहापोह की स्थिति थी। कई जिलों में 19 अप्रैल से शिक्षकों के स्कूल नहीं आने का भी आदेश जारी हो गया था। बहरहाल गुरुवार को जारी आदेश में अपर मुख्य सचिव ने कहा है कि सभी स्कूल, कॉलेज, कोचिंग संस्थान एवं शैक्षणिक संस्थान 15 मई तक बंद रहेंगे, हालांकि ऑनलाइन शैक्षणिक कार्यक्रम पूर्ववत चलते रहेंगे।
वैसे प्राथमिक विद्यालय जहां दो ही शिक्षक हैं, वहां बारी-बारी से शिक्षक विद्यालय में उपस्थित रहेंगे। मध्य, माध्यमिक, उच्च माध्यमिक विद्यालयों के संदर्भ में प्रधानाध्यापक या प्रभारी प्रधानाध्यापक प्रतिदिन उपस्थित रहेंगे तथा शेष शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मी प्रतिदिन बारी-बारी से 33 फीसदी उपस्थित रहेंगे। विश्वविद्यालय, महाविद्यालयों के संदर्भ में अपर मुख्य सचिव ने अपने आदेश में स्पष्ट किया है कि सह प्राध्यापक, प्राध्यापक एवं उनके समकक्ष स्तर एवं ऊपर के सभी पदाधिकारी रोज उपस्थित रहेंगे तथा सहायक प्राध्यापक एवं उनके समकक्ष पदाधिकारी तथा उनसे न्यून सभी पदाधिकारी एवं कर्मी बारी-बारी से रोजाना 33 फीसदी उपस्थित रहेंगे।