दिल्ली में कोरोना के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए से लॉकडाउन की घोषणा कर दिया गया। इसके बाद अप्रवासी श्रमिकों की भीड़ दिल्ली के रेलवे स्टेशन पर जुटने लगी। ट्रेनें फुल होने पर श्रमिक बस अड्डे पहुंचने लगे। इस दौरान दिल्ली के रेलवे स्टेशनों से लखनऊ आने वाली सभी ट्रेनें फुल होकर रवाना हुई। बाकी श्रमिकों को रोडवेज बसों से भेजा गया।
आलम यह रहा कि ट्रेनों में वेटिंग और बिना टिकट लिए श्रमिक सवार हो गए। इस बीच ट्रेनें फुल होने के बाद श्रमिकों को आनन्द विहार बस टर्मिनल और कौशांबी बस अड्डे से अतिरिक्त बसों से भेजा गया। इस बीच सोमवार शाम छह बजे लॉकडाउन लगने के बाद से बस अड्डों पर श्रमिकों की भीड़ कम हो गई। तब जाकर रोडवेज अफसरों को राहत मिली।
बिना टिकट सैकड़ों यात्री लखनऊ पहुंचे
दिल्ली से लखनऊ आ रही ट्रेनों में सीटें फुल होने की दशा में श्रमिक बिना टिकट ट्रेन में सवार हो गए। लखनऊ मेल, गोमती, एसी एक्सप्रेस सहित अन्य ट्रेनों में वेटिंग होने के बावजूद यात्री बिना टिकट यात्रा करके लखनऊ पहुंचे। इसमें कई यात्रियों को चारबाग व लखनऊ जंक्शन पर बगैर टिकट में चालान भी हुआ।
कौशांबी बस अड्डे से भेजी गई 80 बसें
दिल्ली से लखनऊ आने वालों के लिए ट्रेनों में सीटों की मारामारी देखते हुए श्रमिक बस अड्डे पहुंच गए। वहां से परिवहन निगम प्रशासन ने श्रमिकों के लिए कौशांबी बस अड्डे से देर रात तक 80 बसों को रवाना किया। इससे यात्रियों को खासी राहत मिली और ट्रेनों में भीड़ भी कम रही।