Top News Live: तेजी से फैलती कोरोना महामारी के बीच इस साल की हज यात्रा को लेकर बड़ा ऐलान हुआ है। भारत में हज समिति ने कहा है कि किसी भी भारतीय को तब तक वार्षिक हज यात्रा के लिए जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी जब तक कि उसने कोरोना वैक्सीन की खुराक न ली हो। यानी इस बार हज यात्रा की अनुमति उन्हें ही मिलेगी, जिन्होंने कोरोना को अपने दोनों टीके लगवा लिए हैं। बहरहाल, वैश्विक स्तर पर फिर से फैल रही कोरोना महामारी के बीच हज यात्रा का स्वरूप क्या होगा, अभी इस पर स्थिति स्पष्ट नहीं है। पिछले साल भी नियमित हज यात्रा नहीं हो सकी थी।
इससे पहले हज यात्रा को लेकर पिछले साल दिसंबर में एक रिपोर्ट जारी हुई थी। इसमें बताया गया था कि कोरोना महामारी के कारण हज यात्रा महंगी होगी। रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना महामारी के चलते मक्का-मदीना का मुकद्दस सफर भी महंगा हो गया है। अगले साल यानी साल 2021 में संक्रमण से बचाव के विशेष प्रबंधों के साथ नबी के रोजे की जियारत की ख्वाहिश रखने वाले अकीदतमंदों को करीब एक लाख रुपए अधिक चुकाने पड़ेंगे। ग्रीन व अजीजिया दोनों ही श्रेणी के हज यात्रियों पर यह बोझ बढ़ेगा। नए बरस में हज यात्रा पर जाने वालों को तीन से सवा तीन लाख रुपए अदा करने होंगे। इसके अलावा हज यात्रियों के मक्का व मदीना में ठहराव की अवधि में भी कटौती कर दी गई है।