बिहार के किशनगंज सीमा से सटे बंगाल में ग्वालपोखर थाना क्षेत्र के पंतापाड़ा गांव में बाइक चोरी के मामले में छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर भीड़ ने हमला कर दिया। इस हमले में सदर थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार की मौके पर ही मौत हो गई। इसे लेकर बिहार की सत्तारूढ़ पार्टियों बीजेपी और जेडीयू ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर हमला बोला है और गृह मंत्रालय से हस्तक्षेप की मांग की है।
भाजपा सांसद रामकृपाल यादव ने घटना को दुखद बताते हुए कहा कि ऐसा लगता नहीं है कि पश्चिम बंगाल में सरकार नाम की कोई चीज है। उन्होंने इस पूरे मामले में गृह मंत्री अमित शाह से हस्तक्षेप करने की मांग करते हुए दोषियों की तत्काल गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का आग्रह किया है।
वहीं जदयू एमएलसी गुलाम गौस ने घटना पर दुख जताते हुए कहा कि बिहार ने एक जाबांज अधिकारी खो दिया। उन्होंने इस मामले में केंद्रीय गृह मंत्रालय से संज्ञान लेने को कहा है जिससे भविष्य में इस तरह की घटना न दोहराई जाए। बिहार पुलिस एसोसिएशन ने भी घटना पर नाराजगी जाहिर की है। एसोसिएशन के अध्यक्ष ने कहा कि बंगाल में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है।
बता दें कि सदर थाना क्षेत्र में बाइक चोरी की घटना घटित हुई थी। सूचना मिलने के बाद सदर थानाध्यक्ष अश्विनी कुमार के नेतृत्व में एक टीम ढेकसारा के पास एक गांव पहुंची। वहां थानाध्यक्ष को यह कहा गया कि चोरी के आरोपी का घर बंगाल के पांतापाड़ा में है। इसके बाद पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस के पहुंचते ही लोगों ने पुलिस टीम को घेर लिया। तभी आसपास के लोग भी वहां जमा हो गए। इतने में पुलिस टीम भी अपने आप को बचाने में जुट गई। लोगों ने ईंट पत्थर से हमला कर दिया। तभी थानाध्यक्ष जख्मी होकर गिर गए। जख्म इतना गहरा था कि मौके पर ही थानाध्यक्ष की मौत हो गई।