सिवनी: दक्षिण सामान्य वनमंडल के सिवनी वन परिक्षेत्र अंतर्गत गोपालगंज सर्किल के लहंगी गांव से लगे जंगल में 3 अप्रैल शनिवार शाम बाघ के हमले में महुआ बीनने गई 15 साल की किशोरी की जान चली गई। 48 घंटे के दरम्यान सिवनी जिले में बाघ के हमले में दूसरी मौत हुई है। 2 अप्रैल की सुबह पेंच टाईगर रिजर्व के घाटकोहका बफर वन परिक्षेत्र की आगरी बीट के जंगल से लगे खेत में बाघ के हमले में महुआ बीनने गए एक 62 वर्षीय वृद्ध घासीराम वर्मा की मौत हो गई थी। महुआ का लालच ग्रामीणों के घातक साबित हो रहा है।
वनमंडल अधिकारी एसकेएस तिवारी ने बताया कि 3 अप्रैल शनिवार दोपहर मृतका शिवप्यारी पुत्री शशि कुमार विश्वकर्मा (15) लहंगी गांव निवासी अपने दोनों छोटे भाईयों के साथ महुआ बीनने लहंगी गांव से लगे सामान्य वन क्षेत्र के जंगल गई थी। शाम होने पर मृतका ने दोनों छोटे भाईयों को घर पहुंचा दिया और कहां कि वह थोड़ी से आएगी। जब किशोरी वापस घर नहीं लौटी तो स्वजनों व ग्रामीणों ने जंगल में खोजबीन शुरू की। देर शाम किशोरी का शव खापा बीट के कक्ष क्र. पी 42 के जंगल में मिला। सूचना पर अरी थाने का पुलिस बल और वन अमला मौके पर पहुँच गया। मृतका के पिता शशिकुमार विश्वकर्मा को 10 हजार रूपये की तात्कालिक सहायता राशि उपलब्ध करा दी गई है। स्वजनों को 4 लाख रूपये की सहायता राशि उपलब्ध कराने प्रकरण तैयार कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।
पंचनामा कार्रवाई के बाद रविवार सुबह मृतका का पोस्ट मार्टम कराकर शव स्वजनों को सौंप दिया गया है।
इलाके में वन अमले ने गस्ती बढ़ा दी है। रविवार को सिवनी वन वृत के मुख्य वन संरक्षक आरएस कोरी और वन मंडल अधिकारी ने मौके पर पहुँच कर घटना पर दुख जताया। साथ ही ग्रामीणों को महुआ बीनने के लिए अकेले जंगल जाने से बचने और सतर्क रहने की समझाइस दी।