यूपी पंचायत चुनाव के लिए 26 मार्च को फाइनल आरक्षण लिस्ट जारी होगी। अभी अंनतिम आरक्षण लिस्ट जारी हो चुकी है, इस समय इस लिस्ट पर आपत्ति मांगी गई है। 24 और 25 मार्च को आपत्तियों का निस्तारण कराया जाएगा। पंचायती राज विभाग 26 मार्च को आरक्षण की फाइनल सूची जारी कर देगा। हर जिलें में आपत्तियों की भरमार हो गई है। कहीं पांच सौ तो कहीं एक हजार से ज्यादा आपत्त्तियां आईं हैं। आइए जानते हैं किस जिले में कैसी आपत्तियां आई हैं-
बरेली में 450 से ज्यादा शिकातयें :
बरेली में सोमवार को रिकाॅर्ड 450 आपत्ति डीपीआरओ ऑफिस में दाखिल हुईं। विकास भवन में रविवार दोपहर से रात तक आरक्षण की जानकारी करने वालों का तांता लगा रहा। सोमवार को आरक्षण पर सवाल उठाते हुए लोगों ने आपत्तियों की भरमार कर दी। जिला पंचायत और क्षेत्र पंचायत के साथ ग्राम प्रधान की सीट को लेकर आपत्तियां दाखिल की हैं। सबसे अधिक दावे-आपत्ति ग्राम प्रधान के आरक्षण को लेकर हैं। ज्यादातर आपत्ति में जनसंख्या को लेकर सवाल उठाए हैं। मंगलवार को बड़ी तादाद में आपत्तियां आने की उम्मीद जताई जा रही है। डीपीआरओ के साथ डीएम और दूसरे ऑफिसों में भी लोगों ने पंचायत आरक्षण के खिलाफ आपत्तियां दाखिल की हैं। मंगलवार को दूसरे ऑफिसों से जिला पंचायत राज अधिकारी के दफ्तर आपत्तियों को निस्तारण के लिए भेजा जाएगा।
मेरठ में 202 आपत्तियां पहुंची :
ग्राम पंचायत आरक्षण में आपत्तियों के पहले दिन अंबार लग गया। शाम तक 202 आपत्तियां दर्ज की गईं। वहीं, जिला पंचायत आरक्षण पर 14 आपत्तियां दर्ज कराई गईं। ग्राम पंचायत चुनाव की पहली सूची पर 257 आपत्तियां दर्ज कराई गई थी। आपत्तियों में एससी कैटेगरी के लोग भी शामिल हैं। इनमें पहली सूची में रही एससी सीट को बरकरार रखने की बात कही गई है। साथ ही सामान्य और ओबीसी वर्ग के आपत्ति कर्ताओं ने आबादी के हिसाब से सामान्य या ओबीसी वर्ग के लिए सीट आरक्षित करने की मांग की। कई आपत्ति कर्ताओं ने चकरानुक्रम को गलत ठहरा कर अपनी मनमाफिक सीट निर्धारित करने की मांग की। वहीं पहली सूची में सभी आपत्तियां अपर कास्ट के लोगों की तरफ से दर्ज कराई गई थी।
उन्नाव में उमड़ी भीड़ :
उन्नाव जिले में आपत्तियां दर्ज कराने वालों का सैलाब विकास भवन में उमड़ पड़ा। सभी अपनी सीट पर लगाए गए आरक्षण को बदलवाने की मांग कर रहे हैं। कोई जनसंख्या का तर्क दे रहा है तो कोई सीटों पर आरक्षण का इतिहास बता कर समीकरण बदलवाने की मांग कर रहा है। अभी तक सभी सीटों पर 683 आपत्तियां आई हैं। इसमें अकेले प्रधान पद पर 644 आपत्तियां दर्ज कराई गईं।
सहारनपुर में लगी भीड़ :
आरक्षण पर बड़ी संख्या में आपत्तियां आ रही है। दो दिन में ही 267 आपत्तियां पहुंच गई। जिनमें सबसे अधिक आपत्ति ग्राम प्रधान पद के आरक्षण को लेकर हैं। जिला पंचायत राज अधिकारी उपेंद्र राज सिंह ने बताया कि 23 मार्च तक आपत्तियां मांगी गई है। 25 मार्च तक आपत्तियों का निस्तारण कर 26 मार्च कोफाइनल सूची का प्रकाशन किया जाएगा।
हापुड़ में भी लोग संतुष्ट नहीं :
हापुड़ में पंचायत चुनावों को लेकर निर्धारित आरक्षण भी लोगों के मन को नहीं भा रहा है। जिसको लेकर शनिवार से ही आपत्तियां आनी शुरु हो गई हैं। सोमवार को जिला पंचायत राज अधिकारी कार्यालय में सुबह से ही ग्राम प्रधान और जिला पंचायत पदों के लिए आरक्षण पर आपत्तियां दर्ज कराने वालों का तांता लगा रहा। मंगलवार आपत्ति दर्ज कराने का अंतिम दिन होगा।
वाराणसी में एक हजार से ज्यादा शिकायतें:
दो दिन में ही पंचायत चुनाव में आरक्षण की आपत्तियों की संख्या एक हजार से ज्यादा हो गई है। मंगलवार को आपत्तियां देने का आखिरी दिन है जिससे माना जा रहा है कि ये संख्या दो हजार से भी ज्यादा पहुंच सकती है। सोमवार सुबह से ही ब्लॉक मुख्यालयों व विकास भवन में आपत्ति देने वाले लोगों की भीड़ रही। विकास भवन में पंचायती राज विभाग के कार्यालय के बाहर लॉबी तक कतार लग गई। दोपहर बाद तक लोग पहुंचते रहे और केवल विकास भवन में ही 400 से ज्यादा आपत्तियां जमा की गईं। रजिस्टर में अपनी आपत्ति का विवरण लिखवाने के लिए लोगों को आधे से एक घंटे तक कतार में खड़ा रहना पड़ा। इनमें ग्राम प्रधान पद के लिए 1005 आपत्तियां आई हैं। ग्राम प्रधान पद पर सेवापुरी में सबसे ज्यादा 381, पिंडरा में 120, चिरईगांव में 132, हरहुआ में 59, चोलापुर में 96, बड़ागांव में 33, काशी विद्यापीठ में 56 आपत्तियां आई हैं। बीडीसी के लिए 12 व जिला पंचायत सदस्यों के लिए 46 आपत्तियां आई हैं।
मिर्जापुर में चार सौ आपत्त्तियां:
सोमवार को चार सौ आपित्त दाखिल की गई। इनमें ग्राम प्रधान के पदों के लिए सर्वाधिक तीन सौ गांवों के लोगों ने आपत्ति जताई है। वहीं, जिला पंचायत सदस्य के लिए 50 और बीडीसी के लिए भी इतनी ही आपत्ति जताई गई है। अभी मंगलवार को भी आपत्ति ली जाएगी। पंचायत राज विभाग के अधिकारियों का मानना है कि आपत्तियों की संख्या में अभी और इजाफा होगा। इन आपत्तियों का निस्तारण 26 मार्च को किया जाएगा।
फिरोजाबाद में भी भीड़ :
फिरोजाबाद में सोमवार को खंड विकास अधिकारी कार्यालय के साथ ही डीपीआरओ कार्यालय में आपत्ति दर्ज कराने वालों की भीड़ लगी रही। ज्यादातर आपत्तियां ग्राम प्रधान के पद को लेकर आ रही हैं। डीपीआरओ नीरज कुमार सिन्हा ने बताया कि सोमवार को ग्राम प्रधान पद की 361 आपत्तियां प्राप्त की गईं। वहीं जिला पंचायत सदस्य पद के लिए कुल 64 आपत्तियां सोमवार को आईं। क्षेत्र पंचायत सदस्य पद के लिए दो तथा ब्लॉक प्रमुख पद के लिए एक आपत्ति सोमवार को प्राप्त की गई। उन्होंने बताया कि सोमवार को कुल 428 आपत्तियां अलग-अलग लोगों ने प्राप्त कराई हैं। उन्होंने कहा कि 23 मार्च तक आपत्तियां प्राप्त करने के बाद सभी आपत्तियों को शासनादेश एवं तथ्यों के आधार पर निस्तारित किया जाएगा।
बस्ती में पहले दिन पांच सौ से ज्यादा शिकायतें :
पहले दो दिनों में 502 आपत्तियां आई हैं। इन आपत्तियों को पंचायती राज विभाग फीड करा रहा है। मंगलवार को आपत्ति देने का अंतिम दिन है। इसका निस्तारण 24 व 25 मार्च को किया जाएगा। उसके बाद अंतिम सूची जारी कर दी जाएगी।
बागपत में भी प्रधान पद की शिकायतें ज्यादा :
सोमवार को डीपीआरओ कार्यालय में आपत्तियां दर्ज कराने वालों का तांता लग गया। जहां पहले दिन 30 ग्राम पंचायत व पांच आपत्तियां बीडीसी पद पर दर्ज कराई गई। पंचायत चुनाव में जारी आरक्षण पर आपत्ति दर्ज कराने वालों ने पाली गांव को अनु. जाति से हटाकर पिछड़ा वर्ग में, फजलपुर गांव को अनु.जाति से हटाकर पिछड़ा वर्ग, हरचंदपुर को अनु.जाति से हटाकर सामान्य, दौझा को पिछड़ा वर्ग से हटाकर अनु. जाति, पाली गांव की प्रधानी सीट को एससी से हटाकर सामान्य वर्ग में शामिल करने की मांग की गई।
मुजफ्फरनगर में आई 336 आपत्ति:
नये सिरे से हुए प्रस्तावित आरक्षण पर तीसरे दिन 336 आपत्तियां आयी है। वर्ष 2015 को आधार मानते हुए किए गए नये आरक्षण से लोग संतुष्ट नहीं है। जिस कारण नये आरक्षण पर अधिक आपत्तियां आ रही है। कलक्ट्रेट स्थित कंट्रोल रूम में सबसे अधिक 164 आपत्तियां आयी है। वहीं डीपीआरओ विभाग में 99 आपत्तियां आयी है। उधर विकास खंड मोरना और अपर मुख्य अधिकारी कार्यालय में कोई आपत्ति नहीं आयी है।