बिहार के नक्सलियों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) का शिकंजा कसता जा रहा है। ईडी की पटना यूनिट ने नक्सली रामबाबू राम और उसके परिजनों के नाम पर 40 लाख रुपए से अधिक की चल-अचल संपत्ति को जब्त कर लिया है। रामबाबू का प्रभाव उत्तर बिहार के कई जिलों खासकर पूर्वी चंपारण में है। उसके खिलाफ बिहार के विभिन्न थानों में 28 मामले दर्ज हैं जिसमें कई में चार्जशीट दाखिल कर दी गई है।
5 लाख का है इनामी
रामबाबू राम उर्फ राजन उर्फ प्रहार उर्फ निखिल प्रतिबंधित भाकपा (मओवादी) संगठन का सक्रिय सदस्य है। उसपर राज्य सरकार ने 5 लाख रुपए का इनाम घोषित कर रखा है। हत्या, हत्या के प्रयास, आपराधिक साजिश रचने, विस्फोटक अधिनियम का अदि दफाओं में उसके खिलाफ मामले दर्ज हैं। राज्य में चल रही कई विकास परियोजनाओं में उसने लेवी और रंगदारी की वसूली और उसके जरिए अवैध संपत्ति बनाई।
पत्नी, मां, भाई और साले के नाम बनाई संपत्ति
लेवी से वसूली गई रकम से रामबाबू ने पत्नी सुनीता देवी, मां माया देवी, भाई संजय राम, श्यामबाबू राम और अपने साले रामस्वारथ राम के नाम पर कई जगह जमीन खरीदी और मकान बनाये। इसमें दो जमीन व मकान मोतिहारी के मधुबन, जबकि 6 जमीन व मकान चकिया और शिवहर में स्थित हैं। इनकी कीमत 40. 23 लाख रुपए आंकी गई है। हालांकि बाजार भाव इससे कहीं ज्यादा है।
प्राधिकार की मुहर लगते कब्जे में ली जाएगी
फिलहाल अंतरिम तौर पर इन संपत्तियों को ईडी ने जब्त किया है। 6 महीने के भीतर इसपर दिल्ली स्थित सक्षम प्राधिकार द्वारा सुनवाई की जाएगी। यदि ईडी की कार्रवाई पर मुहर लगी तो उसके बाद संपत्तियों को कब्जे में लिया जाएगा। इससे पहले दक्षिण और उत्तर बिहार के कई नक्सली कमांडरों की संपत्ति ईडी जब्त कर चुकी है।