सपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मथुरा में अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान दूसरे दिन धर्म स्थलों पर पहुंचकर दर्शन पूजन किए। सुबह वह जैत स्थित कुंड पहुंचे। इसके बाद गोवर्धन के दानघाटी मंदिर पहुंच कर दर्शन किए। यहां से वह बरसाना स्थित राधा रानी मंदिर पहुंचे। यहां अखिलेश के पहुंचने से पहले ही मंदिर परिसर खाली कराया गया। ऐसे में मंदिर से बाहर खड़े श्रद्धालु आक्रोशित हो गए और अखिलेश यादव को देखते ही मोदी मोदी के नारे लगाने लगे। इस पर अखिलेश ने श्रद्धालुओं का हाथ हिलाकर अभिवादन किया। हालांकि इस दौरान उनके समर्थकों ने अखिलेश जिंदाबाद के नारे लगाए। पूर्व मुख्यमंत्री के जाने के बाद श्रद्धालुओं को मंदिर में प्रवेश दिया गया। यहां से अखिलेश रसिक संत विनोद बाबा के आश्रम पहुंचे।
शुक्रवार को अखिलेश यादव बरसाना स्थित मंदिर पर करीब साढ़े तीन सौ सीढियां चढ़कर पहुंचे। यहां कई बार थकने पर वह सीढ़ियों पर रुके। मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधाओं को ध्यान में रखकर मैंने राधा रानी मंदिर पहुंचने के लिए 2016 में रोप वे बनाने के प्रोजेक्ट शुरू किया था लेकिन योगी सरकार अभी तक उसे पूरा नहीं कर सकी है। उन्होंने कहा कि कोसी-गोवर्धन-बरसाना-नन्दगांव रोड को फोरलेन करने की योजना मेरी सरकार की है। लेकिन आज तक इस पर काम पूरा नहीं हो सका।
सपा जिलाध्यक्ष लोकमणि जादौन की गिरफ्तारी पर कहा कि ये मुकदमा राजनैतिक कारण से लिखा गया है। भाजपा सरकार मेरी सरकार के कार्यों का ही दोबारा शिलान्यास और उद्घाटन कर रही है। तो उन लोगों के खिलाफ केस क्यों नहीं दर्ज किए जा रहे। यादव का शुक्रवार अपराह्न मांट विधानसभा क्षेत्र के बाजना गांव में स्थित मोरकी इण्टर कॉलेज के मैदान में राष्ट्रीय लोकदल के उपाध्यक्ष एवं मथुरा के पूर्व सांसद जयंत चौधरी के साथ किसान महापंचायत को संबोधित करने का कार्यक्रम है।
इससे पहले अखिलेश यादव बृहस्पतिवार शाम यहां पार्टी के प्रशिक्षण कार्यक्रम में पहुंचे और उन्होंने कार्यकर्ताओं से 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव में जीतने के लिए कमर कस लेने को कहा। शहर के मसानी क्षेत्र में चल रहे कार्यक्रम में यादव ने कार्यकर्ताओं को जीत के कई गुर भी सिखाए। उन्होंने विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी की चुनावी रणनीति के बारे में कार्यकर्ताओं को जानकारी दी और भाजपा की हर बात की काट तैयार रखने को कहा। यहां आने से पहले यादव ने मथुरा-वृन्दावन मार्ग पर जयसिंहपुरा में स्थित कार्ष्णि उदासीन आश्रम जा कर महंत हरिशरणानंद महाराज से आशीर्वाद लिया।