Jabalpur Electricity News। शहर की घनी बस्तियों के ऊपर से करंट दौड़ रहा है। दो से तीन फुट की दूरी से हाईटेंशन लाइन घरों के करीब से गुजर रही हैं। एक दो नहीं पूरे 4 हजार 500 से ज्यादा घरों में ये खतरा बना हुआ है। बिजली विभाग ने उपभोक्ताओं को सिर्फ नोटिस देकर ठंडा हो गया है जबकि ये लाइनें कभी भी हादसे की वजह बन सकती है। शहर में घर के करीब निकली सप्लाई से कई दफा करंट लगने से मौत तक हो चुकी है।
बारिश में निकलती हैं चिंगारी: हाईटेंशन लाइन घरों के भीतर तक से निकली हैं ऐसे में कई बार तार आपस में शार्ट होकर चिंगारी फेंकते हैं जिससें घरों में भी आग लगने का खतरा बन जाता है। बारिश के दिनों में हवा और पानी से हादसे की संभावना ज्यादा बन जाती है। गढ़ा गुलौआ फाटक के करीब रहने वाले रहवासियों के घरों के भीतर से लाइन निकली है। बिजली अफसरों का दावा हैं कि लाइन पहले से लगी थी लोगों ने अवैध निर्माण कर दिया। इधर नगर निगम की ओर से भी अवैध निर्माण को लेकर कोई अपत्ति नहीं की गई।
इन इलाकों में सबसे ज्यादा खतरा: त्रिमूर्ति नगर,गोहलपुर,रामपुर,गढ़ा,आधारताल,रांझी,मंडी मदार टेकरी,अम्बेडकर कॉलोनी,ओमती, हनुमानताल,लालमाटी,बिलेहरी,गुलौआ, समेत कई इलाकों में अवैध निर्माण लाइन के करीब हो चुके हैं।
ये होनी चाहिए दूरी: 8 से 10 फीट की दूरी हाईटेंशन लाइन से होनी चाहिए। घरेलू सप्लाई लाइन की 5 फीट न्यूनतम छत से दूरी होनी चाहिए।
सड़क के बीच ट्रांसफार्मर भी खुले: खुले तार सिर्फ घरों के करीब नहीं हैं ट्रांसफार्मर भी दुर्घटना को दावत दे रहे हैं। व्यवस्त बाजार क्षेत्र में ट्रांसफार्मर के खुले दरवाजे बिजली विभाग के मेनटेनेंस की पोल खोलते हैं। चालू लाइन जिस तरह से सड़क में खुली है कभी भी कोई हादसे का शिकार बन सकता हैं।
वर्जन…
बिजली सप्लाई घरों के करीब होने को लेकर लगातार कार्यवाही होती है। अवैध निर्माण पर पहले भी नोटिस जारी हुए है। लगातार इस पर नगर संभाग काम करते हैं। हम दोबारा बंद हो चुकी लाइनों का सर्वे कराएंगे।