बिहार में कोसी क्षेत्र के लोगों का वर्षों का सपना साकार होगा और अगले माह मिथिलांचल से सीधे रेलमार्ग से कोसी इलाका जुड़ जाएगा। सहरसा से सुपौल, सरायगढ़, निर्मली, झंझारपुर होकर दरभंगा के लिए यात्री ट्रेन होली के बाद अगले माह से चलेगी।
समस्तीपुर मंडल के डीआरएम अशोक माहेश्वरी ने रविवार को सहरसा स्टेशन निरीक्षण के बाद कहा कि सहरसा से झंझारपुर होकर दरभंगा बहुप्रतीक्षित रेलमार्ग का सपना इसी वित्तीय वर्ष में साकार होगा। इसी माह में 13 मार्च को सहरसा से सरायगढ़, निर्मली, झंझारपुर होकर दरभंगा तक विभागीय निरीक्षण ट्रेन चलेगी। उसके बाद सीआरएस निरीक्षण होगा। सीआरएस निरीक्षण के बाद रेलवे बोर्ड यात्री ट्रेन परिचालन शुरू करने की तिथि घोषित करेगी।
उन्होंने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल के कारण अभी ट्रेन सेवा शुरू करने से पहले कई मंत्रालयों से एप्रूवल लेनी होती है। एप्रूवल लेते ट्रेन सेवा शुरू की जाएगी। उन्होंने ने कहा कि 31 मार्च तक ट्रैक उपलब्ध हो जाएगा। उल्लेखनीय है कि एक्सप्रेस ट्रेन से सहरसा से झंझारपुर होकर दरभंगा लोग ढाई से तीन घंटे में पहुंच जाएंगे। सहरसा से सुपौल, निर्मली होकर झंझारपुर दो से ढाई घंटे में पहुंच जाएंगे। हालांकि सवारी गाड़ी से दरभंगा पहुंचने में करीब पांच और झंझारपुर के लिए चार घंटे लग जाएंगे।
निरीक्षण दौरान डीआरएम के साथ सीनियर डीसीएम सरस्वती चन्द्र, सीनियर डीईएन कोर्डिनेशन आर एन झा, सीनियर डीओएम रूपेश कुमार, सीनियर डीईई टीआरडी आशुतोष कुमार झा, सीनियर डीईएन थ्री मयंक अग्रवाल, आरपीएफ कमांडेंट अंशुमान त्रिपाठी, डीएमओ डॉ. अनिल कुमार, एडीईएन मनोज कुमार, डीसीआई राजेश रंजन श्रीवास्तव, डीसीआई मदन झा, एएसटीई संजीव कुमार, टीआई दिनेश कुमार, डिप्टी एसएस रमेश कुमार, सीनियर सेक्शन इंजीनियर प्रभात कुमार, एसएसई रेलपथ सुनील कुमार, मुख्य क्रू नियंत्रक एस. सी. झा, सीडब्लूएस शंभू कुमार, एसएसई सिग्नल रंजन कुमार, टेलीकॉम इंस्पेक्टर अमित कुमार सुमन, सीएचएआई पुष्पक कुमार सहित अन्य थे।
दूसरे एफओबी पर लगेगा एस्केलेटर
सहरसा स्टेशन के दूसरे फुट ओवरब्रिज पर एस्केलेटर लगेगा। डीआरएम ने कहा कि दूसरे फुट ओवरब्रिज पर एस्केलेटर की सुविधा बहाल करने की योजना है। ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट का फिनिसिंग वर्क 12 मार्च तक पूरा हो जाएगा। उसके बाद ट्रेन के कोच की ऑटोमेटिक तरीके से तीन लेयर में सफाई होने लगी। सहरसा की ट्रेनें काफी साफ सुथरी और चमकती नजर आएगी। उन्होंने कहा कि टावर बैगन शेड में इंटरलॉकिंग का काम होगा।
सहरसा समस्तीपुर मंडल का काफी महत्वपूर्ण स्टेशन है और यहां कई कार्यों के पूरा होने के बाद यात्री सुविधाओं का दायरा बढ़ जाएगा। डीआरएम ने मोटर ट्रॉली से वाशिंग पिट तक निरीक्षण किया। सड़क मार्ग से विद्युतीकरण कार्य से जुड़े कर्मियों के लिए बन रहे आवास को देखा। उसके बाद सरायगढ़ तक निरीक्षण ट्रेन से गए और फिर सड़क मार्ग से दरभंगा तक गए।