बिहार में आज से पर्यावरण के अनुकूल इलेक्ट्रिक बसों का परिचालन शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हरी झंडी दिखाकर 12 इलेक्ट्रिक समेत 82 बसों का विभिन्न रूटों पर परिचालन शुरू कराया। इस दौरान मुख्यमंत्री इलेक्ट्रिक बस से ही विधानसभा की ओर रवाना हुए।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इलेक्ट्रिक बसें पर्यावरण के लिए तो अच्छे हैं ही, साथ ही इनके परिचालन पर खर्च भी कम होगा। बता दें कि ये इलेक्ट्रिक बसें पटना से राजगीर, पटना से मुजफ्फरपुर और पटना नगर सेवा के विभिन्न मार्गों पर चलेंगी। वहीं अन्य बसें राज्य के विभिन्न 43 मार्गों पर चलेंगी। सभी इलेक्ट्रिक बसें वातानुकूलित हैं।
इलेक्ट्रिक बसें वातानुकूलित एवं आधुनिक सुविधाओं से लैस
सभी इलेक्ट्रिक बसें वातानुकूलित एवं आधुनिक सुविधाओं से लैस हैं। 9 मीटर की लंबाई वाली 15 इलेक्ट्रिक बसें 37 सीटर, जबकि 12 मीटर लंबाई की 10 बसें 45 सीटर हैं। बसों के अंदर इमरजेंसी गेट एवं इमरजेंसी विंडो की भी सुविधा उपलब्ध है। इलेक्ट्रिक बसों को चार्ज करने के लिए परिवहन परिसर फुलवारीशरीफ में कुल 1200 किलोवाट के चार्जिंग स्टेशन बनाए गए हैं। इसमें 120 किलोवाट के 6 चार्जिंग प्वाइंट व 240 किलोवाट के दो चार्जिंग प्वाइंट हैं। प्रतिदिन रात्रि में इलेक्ट्रिक बसें चार्ज किये जाने के बाद यहीं से खुलेंगी।
इलेक्ट्रिक बस की विशेषता
एक बार चार्ज होने के बाद 225-250 किलोमीटर चलेगी। यह पूर्णतः प्रदूषण मुक्त -पूर्णतः वातानुकूलित -सीसीटीवी कैमरा रहेगा। सभी बसों में तीन-तीन डिस्प्ले, पैनिक बटन फैसिलिटी, बस के अंदर यात्रियों को मोबाइल चार्ज करने की सुविधा, पब्लिक एनाउंसमेंट सिस्टम, स्मार्ट टिकटिंग एवं इंटेलिजेंट व्हीकल ट्रैकिंग सिस्टम से लैस है। इमरजेंसी बटन एवं अलार्म बेल भी है। जबकि लग्जरी बस पूर्णतः वातानुकूलित हैं। टू बाय टू पुशबैक सीटों वाली इस बस में सीसीटीवी, पब्लिक एनाउंसमेंट सिस्टम, डिसप्ले बोर्ड, फायर फाइटिंग उपकरण, इमरजेंसी गेट है। जबकि डीलक्स/सेमी डीलक्स पूर्णतः वातानुकूलित, टू बाय टू पुशबैक, सीसीटीवी, पब्लिक एनाउंसमेंट सिस्टम, डिसप्ले बोर्ड व फायर फाइटिंग सिस्टम है।